तारापुर MIDC अग्निकांड :कंपनी मालिक के साथ दोषी अधिकरियो पर कार्यवाई की मांग, राम भरोसे चल रही थी कंपनी
संजय सिंह ठाकुर,पालघर : पालघर के कलेक्टर प्रशांत नारनवरे ने तारपुर MIDC अग्निकांड की जाँच पालघर के SDM से करवाने का निर्णय लिया है .जो 15 दिन में अपनी रिपोर्ट देंगे . लेकिन इस अग्निकांड के आरोपियों पर बोईसर पुलिस द्वारा की गई कार्यवाई को लेकर सवाल उठ रहे है की पुलिस ने धरा 304 पार्ट -2 के बजाय धरा 304 आ के तहत क्यों कार्यवाई किया जिसमे आरोपियों की तुरंत जमानत मिल गई . जब की देखा जाय मुंबई के परेल में हुए अग्निकांड में पुलिस ने आरोपियों पर 304 पार्ट -2 के तहत कार्यवाई किया था .जिसे देखते हुए बोईसर पुलिस पर निशानिया सवाल लग गया है .
बता दे की 8 मार्च को बोईसर के तारापुर MIDC में नवा फाईन नामक कम्पनी में आग लगने से 6 कंपनिया जल कर खाक हो गई थी .इस घटना में 4 लोगो की मौत और 15 लोग घायल हो गए थे . जिसके बाद बोईसर पुलिस ने कंपनी मालिक सरल शहा ,व्यवस्थापक हेमराज परतने ,ऑपरेटर न्यानदिप म्हात्रे ,राजू रावते ,समेत अन्य कई लोगो पर मामला दर्ज करके उन्हें गिरफ्तार करके पालघर कोर्ट में पेश किया. जिसके बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों को 15,000 के निजी मुचलके पर जमानत पर छोड़ दिया .
वही जानकारों का कहना है की जिस प्रकार जाँच में यह पता चल रहा है की यह कंपनी पिछले तीन साल से औदोगिक सुरक्षा आधिकारियो के बिना किसी परमिशन के चल रही थी .जिसे देखते हुए कंपनी मालिक के साथ -साथ औदोगिक सुरक्षा आधिकारियो पर सवाल उठ रहे है की बिना किसी परमिशन के यह कंपनी कैसे चल रही है इसके पीछे किसका हाथ है .देखा जाय कंपनियों की सुरक्षा की देख रेख करने की जिम्मेदारी औदोगिक सुरक्षा आधिकारियो की होती है. लेकिन इन अधिकारियो ने अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाई.अगर अधिकारियो ने अपनी जिम्मेदारी को निभाया होता तो इस घटना को रोका जा सकता है और 4 लोगो की जान बच जाती .
तारापुर MIDC व पालघर जिला के अन्य क्षेत्रो में यह अकेली एक ऐसी कंपनी नहीं है जो इस प्रकार चल रही थी अगर सही से जाँच किया जाय तो ऐसी और भी कंपनिया सामने आयेंगी जो इसी प्रकार धडल्ले से चल रही है. इन कंपनियों की भी जाँच करके उस पर कार्यवाई करनी चाहिए .इन कंपनियों की देख रेख करने के लिए तैनात किये गए आधिकारी कार्यवाई करने के वजाय कंपनियों से मधुर संबंध बनाने में जुटे रहते है .अधिकरियो के इसी नरम रुख का फायदा उठाते हुए कुछ कंपनी मालिक इन अधिकरीयो से मधुर संबंध बनाकर कानून को ताख पर रख कर धडल्ले से कंपनी चला रहे है . जिसका उदहारण यह कंपनी है . इस लिए इस घटना में कंपनी मालिक व अन्य आरोपियों के साथ फैक्ट्री सुरक्षा आधिकरी भी उतने ही जिम्मेदार है जितना बाकि के आरोपी. इस लिए अन्य आरोपियों के साथ इस घटना के लिए जिम्मेदार फैक्ट्री सुरक्षा अधिकारियो पर भी कार्यवाई होनी चाहिए .ताकि भविष्य में इस प्रकार की दुबारा घटना न हो .
पालघर : बोईसर अग्निकांड में तारापुर BARC दमकल अधिकारी पर मामला दर्ज
हालंकि की इस घटना को पालघर के कलेक्टर प्रशांत नारनवरे ने गंभीरता से लेते हुए इस घटना की जाँच का आदेश पालघर के SDM गजरे को दिया है उनकी जाँच में क्या निकाल कर आता है इस पर सबकी नजर टिकी है .