पटना/न्यूज़ डेस्क
पटना । राजधानी पटना और आस पास के लोगों को महाजाम से निजात दिलाने के लिए बिहटा थाना परिसर में पटना-भोजपुर पुलिस और बालू व्यवसायियों की मैराथन बैठक हुई। इसमें सड़क जाम के कारण व इससे निजात पाने के मुद्दे पर घटों चर्चा हुई। पटना सीटी एएसपी रविद्र कुमार ने जाम से निजात के लिए पटना और भोजपुर पुलिस की एक विशेष टीम गठित की।
उन्होंने कहा कि सुबह छह बजे से लेकर रात के 12 बजे तक बड़े वाहनों का परिचालन पटना के तरफ नहीं होगा। वहीं पटना जिला को शाहाबाद से जोड़ने वाली कोईलवर पुल एक घटा अप में और एक घटा डाउन में पारा-पारी खोला जाएगा। पटना की तरफ जाने वाली बड़े वाहनों को बिहटा-मनेर रोड में और भोजपुर की तरफ जाने वाले भारी वाहनों को बिहटा-राघोपुर से पहले औरंगाबाद मार्ग में पार्क किया जाएगा।
नियम तोड़ने पर होगी कार्रवाई
सीटी एसपी ने कहा कि नियम को तोड़ने वाले चालकों पर जुर्माना के साथ कार्रवाई भी की जाएगी। इस मौके पर दानापुर एएसपी मनोज तिवारी, दानापुर अनुमडलाधिकारी, परिवहन जिला पदाधिकारी, बीडीओ, सीओ सहित भोजपुर के एएसपी एसडीएम सहित कई अधिकारी शामिल थे।
गाधी सेतु पर बड़े वाहनों के प्रवेश रोक जाने के बाद स्थिति बदतर
स्थानीय लोगों ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा गाधी सेतु पर भारी वाहनों के परिचालन रोके जाने के बाद बिहटा में यह स्थिति हुई है। दीघा पुल पर बड़े पहले से ही मालवाहक बड़े वाहनों का आवागमन पर प्रतिबध है।
जाम से परेशान रहे बच्चे व मरीज
बिहटा के लोग जाम से परेशान रहे। जाम में फंसने से उमस भरी गर्मी में स्कूल जाने वाले बच्चे और गभीर मरीजों की स्थिति बेहाल रही। ट्रकों की 20 किलोमीटर तक कतार लगी रही। एक लेन पर वाहनों के रुकने से दूसरा लेन भी जाम हो गया। प्रशासन की उदासीनता के कारण यात्री खुद ट्रैफिक व्यवस्था को सभालते नजर आए। मगलवार को आधी रात से सड़कों पर वाहनों की लबी कतारें लगी हैं, लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं था।