जम्मू में आतंकियों ने मौजूदगी का कराया अहसास, वैष्णो देवी में सुरक्षा कड़ी
– अमरनाथ की यात्रा शुरू होने से एक महीने पहले जम्मू में पुलिस के वाहन पर किया ग्रेनेड हमला
जम्मू (ईएमएस)। राज्य सरकार जब भी जम्मू में शांति होने की बात कहती है, तभी आतंकी अपनी मौजूदगी का एहसास करवाते रहते हैं। करीब डेढ़ साल तक शांत रहने के बाद फिर से आतंकियों ने श्री बाबा अमरनाथ की यात्रा शुरू होने से एक महीने पहले जम्मू शहर के बीचों बीच पुलिस के वाहन पर ग्रेनेड हमला कर दिया। इससे जहां पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है, वहीं यह भी साफ हो गया है अब भी जम्मू में आतंकियों के स्लीपिंग सेल हैं। जम्मू में 26 अक्टूबर 2016 को विवेकानंद चौक में आतंकियों ने ग्रेनेड हमला किया था। देर रात हुए इस हमले में हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ था मगर इसमें कई गाडि़यों के शीशे टूट गए। पुलिस ने इस मामले में कुछ संदिग्ध लोगों को हिरासत में भी लिया था। यही नहीं आतंकवादियों ने 17 नवंबर 2012 नरवाल में शराब की दुकान के बाहर ग्रेनेड हमला किया था। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी।
जम्मू में ही दलेर मेहंदी के कार्यक्रम के दौरान आतंकियों ने फ्लाईओवर से ग्रेनेड हमला किया था। इसमें भी कुछ लोग घायल हो गए थे। आतंकियों ने यह हमले कर यह अहसास करवाया कि अभी भी वे जम्मू शहर में सक्रिय है। उनके स्लीपिंग सेल लगातार उनके लिए काम कर रहे हैं। कुछ साल पहले जम्मू के जानीपुर क्षेत्र में भी आतंकी छुपे होने की सूचना पर दिल्ली पुलिस ने पूरे क्षेत्र को घेर नामी आतंकी को मार गिराया था। अब बाबा अमरनाथ की यात्रा शुरू होने से ठीक एक महीने पहले हुए इस हमले ने सुरक्षा व्यवस्था पर कई प्रश्नचिन्ह लगा दिए हैं। अब यह भी आशंका हो गई है कि जम्मू शहर में आतंकी छिपे हो सकते हैं और आने वाले दिनों में यात्रा में भी खलल डालने या फिर लोगों में दहशत फैलाने के लिए इस तरह के और भी हमले कर सकते हैं।
जम्मू के एसएसपी विवेक गुप्ता ने भी हमले की पुष्टि की है और कहा है कि इसकी जांच की जा रही है। उन्होंने हालांकि इस हमले के बारे में अभी और कुछ कहने से इन्कार कर दिया है। मगर जम्मू के जिस व्यस्त क्षेत्र में रात के समय हमला हुआ, वहां पर आतंकवादी किस प्रकार से ग्रेनेड लेकर पहुंचे, इस पर भी सवाल खड़े हो जाते हैं।वैष्णो देवी मंदिर सहित भवन मार्ग पर पुलिस के साथ ही सीआरपीएफ के अधिकारी व जवान पूरी तरह सतर्क हो गए हैं। भवन मार्ग पर सुरक्षाबलों के जवान गश्त कर रहे हैं। भवन मार्ग पर कार्य करने वाले मजदूरों के ठिकानों को भी खंगाला गया। कोई भी लावारिस वस्तु या संदिग्ध व्यक्ति को देखते ही पुलिस को सूचित करने के लिए कहा जा रहा है। पुलिस और सीआरपीएफ अधिकारियों की बैठकें जारी हैं। वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं ताकि किसी भी अनहोनी से समय पर निपटा जा सके।