जन्मदिन पर मायावती का PM मोदी पर हमला, बोली – गुजरात हारते-हारते बची भाजपा
लखनऊ,15 जनवरी: बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने लखनऊ में अपना 62 वां जन्मदिवस मानाया। इस दौरान उन्होंने अपनी पुस्तक मेरे संघर्षमय जीवन एवं मूवमेंट के सफरनामा के भाग 13 वें का विमोचन भी किया।
मायावती ने इस मौके पर भाजपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के झूठ से जनता ऊब चुकी है। केंद्र व राज्य सरकारों के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। अगर ऐसा न होता तो हर-हर मोदी घर-घर मोदी वाले गुजरात में भाजपा हारते-हारते न बचती। मायावती ने कहा है कि बसपा पर लोगों का भरोसा बढ़ा है। मायावती ने कहा कि पूंजीवादी सोच रखने वाली पार्टियां हमारी पार्टी को पसंद नही करती हैं। भाजपा के लोग हमारी पार्टी को खत्म करने की किस्म-किस्म की तरकीब अपना रहे हैं। कांग्रेस और बीजेपी चोर-चोर मौसरे भाई हैं।
उन्होंने कहा कि बाबा साहब को भारत रत्न क्यों नही दिया गया था? मंडल कमीशन की सिफारिशो का भाजपा ने विरोध किया था। समाज के दबे कुचले लोगों को आज भी समान अधिकार नहीं मिल पा रहा है।
बसपा मुखिया ने कहा कि मुझे राज्यसभा में बोलने नही दिया गया, जिसके चलते हमने इस्तीफा दिया। इसी तरह बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर को भी परेशान किया गया था, जिसके चलते उन्होंने कानून मंत्री पद से इस्तीफा दिया था। मायावती ने कहा कि हमारे इस्तीफे से लोगों को अब समझ आ गया है। यही कारण है कि स्थानीय निकाय चुनाव में बड़ी सफलता मिली।
भाजपा और आरएसएस हमारी पार्टी को पहुंचा रहे नुकसान
दलितों और वंचितों को अपने पैरों में न तो भाजपा खड़ा कर पायेगी और न ही कांग्रेस। हमारी पार्टी बीच-बीच मे संघर्ष करती रही है और आगे भी करती रहेगी। भाजपा और आरएसएस हमारी पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं।
2014 के लोकसभा चुनाव में ईवीएम पर बड़ा घोटाला करके हमारी पार्टी को राजनीतिक नुकसान पहुंचाया है। सहारनपुर की घटना में भी हमारी पार्टी को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की गई लेकिन हमारी पार्टी की सूझबूझ से ऐसा नहीं कर पाए।
ईवीएम पर फिर उठाए सवाल
मायावती ने एक बार फिर ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि आने वाले चुनाव मतपत्र के जरिए ही कराया जाए। बसपा प्रमुख मायावती ने इस साल देश के कई राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के साथ लोकसभा चुनाव कराए जाने की संभावना जताई है।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव मे ईवीएम में बड़े पैमाने पर धांधली की गई। ये लोग बैलेट पेपर से चुनाव कराने में क्यों घबराते हैं? उन्होंने कहा कि मुख्य चुनाव आयुक्त को इस पर गंभीरता से सोचना चाहिए।
उन्होंने कहा कि इनकी मंशा देशहित में ईमानदार नहीं है इसीलिए जनता ने इनको लगभग 70 वर्षी से सत्ता से दूर रखा था। अब मोदी के मंत्री ये कहते हैं कि बहुत जल्द ही संविधान बदल दिया जाएगा। इस पर तो मंत्री को तत्काल बर्खास्त कर दिया जाना चाहिए था लेकिन आरएसएस तो इस कार्य से खुश होती है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट विवाद पर कहा कि न्यायपालिका विपक्ष की भूमिका अदा करता था लेकिन न्यायपालिका से भी भिड़ी हुई है, जो चिंताजनक विषय है। बसपा को नजरअंदाज करने वाले लोग बसपा पर नजर गड़ाए हुए हैं। (हि.स.)।