चीन की झूठी धमकी कहा रद्द हुई मोदी, जिनपिंग की मुलाकात, भारत ने कहा कभी तय ही नहीं थी यह मुलाकात.
नई दिल्ली, 06 जुलाई : एक तरफ चीन कह रहा है कि महौल के चलते प्रधानमंत्री मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच कोई मुलाकात नहीं होगी। वहीं दूसरी ओर भारत ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई मुलाकात तय ही नहीं थी।
चीन ने गुरुवार को कहा कि हैम्बर्ग में मोदी-चिनफिंग के बीच द्विपक्षीय बातचीत के लिए ‘माहौल सही नहीं है’। वहीं भारतीय विदेश मंत्रालय का कहना है कि प्रधानमंत्री की पूर्व-नियोजित द्विपक्षीय बैठकें अर्जेंटीना, कनाडा, इटली, जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, ब्रिटेन और वियतनाम के साथ हैं। इस तय कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं है।
भारत के बयान से स्पष्ट हो जाता है कि चीनी राष्ट्रपति से मुलाकात का कोई कार्यक्रम न भारत की ओर से और न ही चीन की ओर से प्रस्तावित था।
जर्मनी के हैम्बर्ग शहर में शुक्रवार से जी-20 शिखर सम्मेलन की शुरूआत हो रही है। इसमें भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनपिंग भी हिस्सा लेने वाले हैं। ऐसी चर्चाएं थीं कि सिक्किम सेक्टर में पिछले करीब एक महीने से भारत और चीन के सेनाओं के बीच जारी गतिरोध के हल के लिए दोनों देशों के शीर्ष नेता हैम्बर्ग में मुलाकात कर सकते हैं।
चीन, भारत और भूटान सीमा के पास दोकलाम क्षेत्र में चीनी सेना के सड़क निर्माण कार्य के चलते पिछले 19 दिनों दोनों देशों के बीच सैन्य गतिरोध जारी है। चीन अपने सरकारी मीडिया के माध्यम से इस मुद्दे पर आक्रामक तेवर अपनाए हुए है।
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