गुजरात में छठी बार बनेगी भाजपा सरकार, कांग्रेस को करना होगा अभी और इंतजार
अहमदाबाद, 18 दिसम्बर (हि.स)| गुजरात चुनाव के परिणाम आने के बाद स्पष्ट हो गया है कि फिर से भाजपा की सरकार बनने जा रही है | मतों की गिनती अभी चल रही है लेकिन अधिसंख्य सीटों की गिनती पूरी हो चुकी है और सरकारी तौर पर घोषणा भी हो चुकी है मगर कई सीटों के परिणाम की अधिकारिक घोषणा अभी बाकी है | गुजरात का परिणाम भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के लिए एक चुनौती बनी थी जबकि यह कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए एक लिटमस परीक्षण साबित हुआ । इस बार यह लगातार छठी बार भाजपा सत्ता में आई जिसे कांग्रेस रोक नहीं पायी |
गुजरात चुनाव के अबतक आये परिणाम में अहमदाबाद में 15 भाजपा को और 6 सीट कांग्रेस को मिली है| अहमदाबाद में भाजपा अपनी बढ़त बनाए रखने में खरी उतरी है | वड़ोदरा में 8 भाजपा को और 2 सीट कांग्रेस के खाते में गयी है | आणन्द में 2 सीट पर भाजपा और 5 सीट कांग्रेस को मिली है | छोटा उदेपुर में 1 सीट पर भाजपा और 2 सीट पर कांग्रेस को जीत मिली है | दाहोद में 3 सीट भाजपा को और कांग्रेस को भी 3 ही सीटें मिली हैं | खेडा में 3 सीटों पर भाजपा और इतनी ही 3 सीट पर कांग्रेस को भी जीत मिली | महीसागर में 1 भाजपा को और 2 सीट कांग्रेस के खाते में गयी है जबकि पंचमहाल में 3 सीट भाजपा को और एक सीट कांग्रेस के खाते में गयी हैं |
उत्तर गुजरात में भाजपा का गढ़ माना जाता था, जहाँ गांधीनगर में 1 भाजपा और 4 सीट कांग्रेस के पक्ष में गयी है | अरवल्ली में 2 सीट पर भाजपा ने और 2 सीट पर कांग्रेस ने जीत दर्ज कर ली है | बनासकाठा के जहाँ पर बाढ़ आई थी वहां भाजपा सरकार ने अच्छा काम भी किया था | बावजूद इसके केवल 3 सीट ही भाजपा बचा पाई | गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री शकर चौधरी ने भी बहुत काम किया था फिर भी चुनाव हार गए | यहाँ की 6 सीट कांग्रेस को मिली जिनमें अल्पेश ठाकोर राधनपुर सीट से जीत गए | महेसाणा में उपमुख्य मंत्री नितिन पटेल भी जीत गए | पाटीदार फैक्टर होने के बावजूद कोई असर यहाँ दिखाई नहीं दिया | 5 सीट पर भाजपा और 2 सीट पर कांग्रेस को सफलता मिली | पाटण में 1 सीट पर भाजपा और 3 सीट पर कांग्रेस जीती जबकि साबरकांठा में 3 सीटों पर भाजपा और 1 सीट पर कांग्रेस को जीत मिली |
सौराष्ट्र में राजकोट में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी की बड़ी जीत हुई | राजकोट की सीट में 8 भाजपा के खाते में गयी जबकि 2 सीट पर कांग्रेस जीती | अमरेली जिले में भाजपा को बुरी तरह पाटीदार आन्दोलन की वजह से मुंह की खानी पड़ी | यहाँ भाजपा को कोई सीट नहीं मिली और 5 सीट कांग्रेस के खाते में चली गयी | भावनगर में 5 भाजपा को और 2 सीट कांग्रेस को मिली | बोटाद में 1 सीट पर भाजपा और 1 सीट पर कांग्रेस ने बंटवारा कर लिया | देवभूमि दवारका में 1 भाजपा और 1 सीट कांग्रेस को, जुनागढ़ में 1 सीट भाजपा को और 4 सीट कांग्रेस को, सुरेन्द्र नगर में 1 सीट भाजपा को और 3 सीट कांग्रेस को, कच्छ में 4 सीट भाजपा को और 2 सीट कांग्रेस को मिली है |
दक्षिण गुजरात में सूरत जहाँ पर सबसे ज्यादा पाटीदार आन्दोलन हुआ था और नोटबंदी व जीएसटी को लेकर विरोध हुआ था | यहाँ पर भी 15 सीटों पर भाजपा और 1 सीट पर कांग्रेस का कब्जा रहा | भरूच में 3 सीटों पर भाजपा और 1 सीट पर कांग्रेस को जीत मिली | नर्मदा में 2 सीटों पर भाजपा और 2 सीट पर कांग्रेस जीत गयी और वड़ोदरा में 8 सीटों पर भाजपा और 2 सीट पर कांग्रेस को जीत मिली | गुजरात के दोनों पार्टियों के कई दिग्गज नेताओं को हार का सामना करना पड़ा है|
इस बार के गुजरात चुनाव में पाटीदार आन्दोलन, नोटबंदी और जीएसटी को लेकर कांग्रेस और भाजपा के लोगों ने अपने-अपने ढंग से प्रचार भी किया था | कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने गुजरात में 28 अलग -अलग सम्प्रदाय के मन्दिरों का दौरा किया | गुजरात में कांग्रेस को विकास के सामने अल्पेश ठाकोर, जिग्नेश मेवानी और हार्दिक पटेल के सहारे चुनाव की नैया पार करनी पड़ी |