इस्लामाबाद, 27 नवंबर (हि.स.)। पाकिस्तान के कानून मंत्री जाहिद हामिद के इस्तीफे के बाद कट्टरपंथी धार्मिक समूहों से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने इस्लामाबाद और कई अन्य शहरों में अपना प्रदर्शन बंद कर दिया है। यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट से मिली।
विदित हो कि कट्टरपंथियों के प्रदर्शन की वजह से तीन सप्ताह तक राष्ट्रीय राजधानी में गतिविधियां ठप रहीं। अंतत: सरकार इनके सामने झुक गई और कानून मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा।
प्रदर्शन के दौरान हुई झड़पों में 6 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। स्थानीय टीवी चैनल जिओ न्यूज के अनुसार, प्रधानमंत्री निवास के एक अधिकारी ने पुष्टि की है कि कानून मंत्री ने रविवार रात प्रधानमंत्री शाहिद खकान अब्बासी को अपना इस्तीफा भेजा जिसे स्वीकार कर लिया गया।
राजधानी में पिछले तीन सप्ताह से धरने पर बैठे प्रदर्शनकारी निर्वाचन कानून 2017 से जुड़े हलफनामे में खत्म-ए-नबुव्वत संबंधी एक कानून में हुए बदलावों के लिए कानून मंत्री को जिम्मेदार बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग कर रहे थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि मुख्य मांगों को स्वीकार कर लिये जाने के बाद प्रदर्शनकारियों ने प्रर्दशन बंद करने का आह्वान किया। कानून में किया गया संशोधन पहले ही वापस लिया जा चुका है।
इन बदलावों से पहले मुसलमान उम्मीदवारों को अपने हलफनामे में यह लिखित देना होता था कि पैगम्बर मोहम्मद मुसलमानों के अंतिम पैगम्बर थे और उनके बाद और कोई नहीं होगा।
संशोधन के दौरान इसी प्रावधान में तब्दीलियां की गई थीं। कानून और संसदीय कार्य मंत्री हामिद ने देश को संकट की स्थिति से बाहर निकालने के लिए अपना इस्तीफा प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी को सौंप दिया।