कर्नाटक में जद(एस) के साथ मिलकर 20 सीटों पर ताल ठोकेगी बसपा
नई दिल्ली, 08 फरवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के हाथों अपनी सियासी जमीन खोने के बाद बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अब दक्षिण में अपने लिए अदद सियासी जमीन तलाश रही है। इस कड़ी में बसपा ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए जनता दल (एस) के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के नेतृत्व वाली जद(एस) और बसपा प्रमुख मायावती के बीच कर्नाटक की 224 सदस्यीय विधानसभा चुनाव के लिए सीटों बंटवारे पर सहमति भी बन गई है।
बसपा महासचिव सतीश मिश्रा औऱ जद (एस) महासचिव कुंवर दानिश अली ने गुरुवार को यहां गठबंधन की घोषणा करते हुए कहा कि बसपा जद(एस) के साथ मिलकर विधानसभा चुनाव में उतरेंगी। उन्होंने बताया कि बसपा कर्नाटक की 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी जिसमें से आठ सुरक्षित और 12 सामान्य सीटें उसके हिस्से में आईं हैं। दोनों दलों ने एचडी कुमारस्वामी को गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित कर दिया।
मिश्रा ने कहा कि यह गठबंधन केवल विधानसभा चुनाव तक ही नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव में भी जारी रहेगा। दानिश अली ने बताया कि पहली बार बसपा के साथ गठबंधन हो रहा है लेकिन यह गठबंधन आगे भी बना रहेगा।
बसपा प्रमुख मायावती और जद(एस) प्रमुख एचडी देवगौड़ा एक साथ राज्य में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे। दोनों नेता 17 फरवरी से राज्य में चुनावी अभियान की शुरूआत करेंगे। सूत्रों का कहना है कि राज्य में बसपा के साथ आने से जद(एस) को दलित वोटों का फायदा हो सकता है। इसका खामियाजा कांग्रेस को उठाना पड़ सकता है।
साल 2013 के विधानसभा चुनाव में भी बसपा ने कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों में से 175 सीटों पर चुनाव लड़ा था जिसमें पार्टी के 174 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी। पार्टी को कुल 1.16 प्रतिशत वोट मिला था। जद(एस) को 40 सीटों पर ही संतोष करना पड़ा था।