आख़िर अनायास ही क्यों बोल पड़े सीएम नीतीश, ‘अगर मैं मर गया तो…’ वजह क्या है ?
पटना, सनाउल हक़ चंचल-
पटना। सोमवार को जदयू कार्यकारिणी की बैठक में कुछ ऐसा हुआ जिससे बैठक में मौजूद सभी लोग सन्न रह गए. और बिहार के सीएम नीतीश कुमार का मुंह ताकने लगे. एनडीटीवी में प्रकाशित इस खबर को मानें तो नीतीश कुमार ने पार्टी की बैठक के दौरान अचानक ही लोगों को सन्न कर देने वाली बात पूछ डाले.
पिछले दिनों हुई इस बैठक में 66-वर्षीय नीतीश कुमार ने अचानक से सवाल कर दिया, ‘अगर मैं मर जाऊं तो पार्टी का क्या होगा?’ मुख्यमंत्री की इस बात से वहां मौजूद करीब 215 नेता एकदम भौंचक्के रह गए. हालांकि बाद में नीतीश ने अपनी बात को और साफ करते हुए कहा कि उनके कहने का मतलब यह है कि उनकी गैर-मौजूदगी में भी बिहार में सत्तारूढ़ जेडीयू अपने सिद्धांतों से डिगे नहीं और लोगों की सेवा से कभी पीछे नहीं हटे.
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नीतीश कुमार के इस बयान के बाद पार्टी में खूब चर्चा होने लगी कि आखिर नीतीश कुमार ने ऐसा क्यों कहा ? बता दें की नीतीश कुमार बिलकुल भी बीमार नहीं हैं. वे पूरी तरह स्वस्थ हैं. और जम कर रोजाना 12 घंटे तक कार्य भी करते हैं. जब इस मामले में बिहार प्रदेश जेडीयू अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ‘नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ हैं. हमें अभी कम से कम अगले 10 सालों तक इस बात की चिंता नहीं है कि उनकी जगह कौन होगा.
वशिष्ठ नारायण सिंह ने आगे कहा कि सीएम नीतीश कुमार की बातों को सही संदर्भों में लिया जाना चाहिए. दरअसल उन्होंने पार्टी के सभी नेताओं से यह आग्रह किया कि वे और सक्षम बनें और अपना काम ईमानदारी से करें, जिससे उन्हें और बड़ी जिम्मेदारियां सौंपी जा सके.’ हालांकि सूत्रों का कहना है कि जेडीयू के कुछ नेता नीतीश से अलग से जाकर मुलाकात करने का मन बना रहे हैं, ताकि वे उनसे आग्रह कर सकें कि मुख्यमंत्री खुद के बारे में ऐसी बात न कहें.
वैसे बता दें कि इन दिनों जदयू से बागी हुए राज्यसभा सांसद शरद यादव नीतीश कुमार के खिलाफ मोर्चा खोल बैठे हैं. वहीं महागठबंधन टूट जाने के बाद से राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी नीतीश कुमार पर हमलावर हैं।