आर्थिक तंगी से जूझ रही हैं कांग्रेस , लोगो से कर रही हैं चंदे ………
जयपुर: आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने राजस्थान में आम लोगों से वित्तीय मदद की अपील की है और बीते कुछ ही दिनों में वह ढाई लाख रुपये जुटाने में सफल भी रही है. पार्टी ने लोगों से अपील की है कि आगामी चुनावों को देखते हुए वह धनबल से भी कांग्रेस का हाथ मजबूत करें और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की वेबसाइट के जरिए अंशदान करें. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि यह अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की पहल है. सभी औद्योगिक घरानों से आने वाला 95 प्रतिशत से अधिक का चंदा तो केवल एक ही पार्टी (भाजपा) को जा रहा है. हम लोगों को भागीदार बनाना चाहते हैं जहां वे न केवल अंशदान कर सकें बल्कि उन्हें लगे भी कि वे पार्टी के विकास का हिस्सा है’’.
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि चंदा देने वाली कंपनियां बाद में अपने निहित्त स्वार्थों के लिए सरकारों पर दबाव डालती हैं. उन्होंने कहा,’‘कांग्रेस पार्टी पारदर्शिता की हिमायती है इसलिए उसने संसाधन जुटाने में पारदर्शिता के लिए यह पहल की है’’. बीते कुछ दिनों में ही 168 लोगों ने पार्टी को 247,477 रुपये का चंदा दिया है. पार्टी ने शनिवार को ही इस बारे में ट्विटर पर जानकारी दी थी. इस पर उन्होंने लिखा, ‘‘पैसे के बल पर जीतने वाली सरकारें बड़े पूंजीपतियों के दबाव में रहती हैं. जनता के सहयोग से बनी सरकार ही पारदर्शिता को बरकरार रख सकती है और सच्चाई से सेवा कर सकती है. हमारे लिए धनराशि नहीं जुड़ाव महत्वपूर्ण है’’. पार्टी सोशल मीडिया पर अभियान चला रही है.
पायलट ने एक वीडियो संदेश में कहा,’‘भाजपा के पास पर्याप्त धन, बल व संसाधन है, उनके पास किसी चीज की कमी नहीं. कांग्रेस सिद्धांतों की राजनीति करती है इसलिए हमें लोगों का प्यार व भरोसा मिलता है जो कि हमारी सबसे बड़ी ताकत है. लोगों, विशेषकर युवाओं को सुनना, उनके मुद्दों को समझना व उन्हें राजनीतिक प्रक्रिया में शामिल रखना महत्वपूर्ण है’’. पायलट ने चुनावी प्रक्रिया में आम जनता की घटती भागीदारी को भी रेखांकित किया है. वहीं पार्टी की वेबसाइट में इस पहल के बारे में इसे ‘भाजपा के धन बल बनाम लोकशक्ति’ की पहल करार दिया गया है. इसमें कहा गया है कि अगर हजार नागरिक भी इस अभियान से जुड़ते हैं तो ‘सचिन पायलट व उनकी टीम के पास राजस्थान में भ्रष्ट भाजपा सरकार से मुकाबला करने के लिए पर्याप्त धन होगा’.