पटना, सनाउल हक़ चंचल-24 मई : जन अधिकार पार्टी (LO) के संरक्षक व मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी पर हमलावर थे . आज बुधवार को उन्होंने परेशानी में फंसे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को घेरते हुए लंबा फेसबुक पोस्ट लिख दिया है . आगे पढि़ए,पप्पू यादव के शब्दों में उनका फेसबुक पोस्ट –
‘लालू प्रसाद जी,आप गरीब नहीं हैं . गरीब-गरीब का रोना बंद कर दें . आप दया के पात्र भी नहीं हैं . कौन फंसायेगा आपको . आप तो दौलतमंद हैं . परेशान तो गरीब जनता होती है . वह आज भी परेशान है . आप तो कारपोरेट हो गए,स्वयं आपके राष्ट्रीय प्रवक्ता कहते हैं . साथ में,यह भी कि कारपोरेट होना कोई गुनाह है क्या . संपत्ति 2 हजार करोड़ की बताई जा रही है . सो,दौलत का हिसाब दीजिए . गरीब-पिछड़ा-यादव का स्वांग कब तक रचते रहेंगे . हां,नीतीश कुमार जी से भी हम कहना चाहते हैं . लालू प्रसाद जी को लग रहा है कि उन्हें कोई फंसा रहा है और ऐसे लोगों के पास अधिक संपत्ति है,तो स्टेट विजिलेंस से जांच करा दीजिए . चाहे सुशील कुमार मोदी,नंदकिशोर यादव,नित्यानंद राय ही क्यों न हों . अपनी जांच के लिए मैं सदैव तैयार हूं .
लालू प्रसाद जी,आप 1990 को नहीं भूलें . सच,तब आप गरीब थे . गरीब की आवाज भी बने हुए थे . तभी तो बिहार के करोड़ों लोगों ने आपको नेतृत्व सौंपा था . ये लोग बिहार के गरीब,वंचित और मजबूर लोग थे . सबों को लगा था कि उनकी किस्मत आप बदल देंगे . जिंदगी संवरेगी तो मुस्कुराहट आएगी . पर,आपने सबों के अरमान को रौंद दिया .
सत्ता में आते ही आप सत्ता तक पहुंचाने वाले बिहार के आम-अवाम को भूल गए . आप गरीबों के नेता नहीं रह गए,पूंजीपतियों के करीब होते चले गए . आपका दरवाजा विशेषकर बालू,जमीन,दारु व बिल्डिंग माफिया के लिए खुलने लगा . ये माफिया जितना बिहार और बाद में देश को लूट रहे थे,आप और आपका परिवार उतना ही अधिक अमीर होता चला जा रहा था . सो,अब गरीब-गरीब आप जब भी दोहराते हैं,लोग बस हंसते रह जाते हैं .
बिहार ने आपको पहचान लिया है . रोज आपकी अमीरी के नये खाते पब्लिक के सामने आ रहे हैं,जिसे आपने छुपा-दबा रखा था . ऐसे में,बिहार के गरीब-वंचित-मजबूर का नेतृत्व तो आप कर ही नहीं सकते . दुनिया में किसी ने देखा है क्या कि किसी अमीर ने गरीब को आगे बढ़ने का मार्ग दिखाया है . वह तो रोड ब्लॉकर होता है . आपकी भूमिका भी अब ऐसी ही है . आप गरीबों का भला क्या करेंगे,दौलत को बचाने में सारा समय लगायेंगे . आपके बच्चे भी बहुत अमीर हो गये,जिन्हें आप विरासत देना चाहते हैं . इन अमीर बच्चों में अमीरी का खून दौड़ रहा है,गरीबी की पीड़ा कभी समझ में आएगी ही नहीं . सो, ये बिहार के आम-अवाम का नेतृत्व कभी भी नहीं कर सकते . ‘
मानता हूं कि आज के इलेक्ट्राल पालिटिक्स के लिए धन की जरुरत होती है,लेकिन इतना और वह भी सिर्फ अपने और अपने परिवार के लिए,आपका गणित कोई समझ नहीं सकता लालू जी . आपने संपत्ति की भूख इतनी बढ़ा ली कि बच्चों का भी नाश करा दिया . बच्चों को जब अपने लक्ष्य को प्राप्त करना था,तब उन्हें अब संपत्ति बचाने को लीगल फाइट में समय जाया करना होगा . इस तरह हो गया न सारा भविष्य चौपट . हम चाहते हैं कि मीसा भारती जी के सामने पूछताछ का जो संकट अभी सामने आया है,उसमें दूध का दूध – पानी का पानी हो . बिलकुल सही जांच होनी चाहिए .
लालू प्रसाद जी के पक्ष में आज शिवानंद तिवारी जी ने कमान थाम रखा है,लेकिन सच तो यह है न कि आज जो जांच शुरु हुई,उसके सूत्रधार 2008 में तिवारी जी और ललन सिंह ही थे . इनदोनों ने ही सारे कागजात जुटाकर जांच एजेंसियों को सौंपे थे . इसलिए,जांच तो होकर रहेगी,चाहे लालू प्रसाद जी कोई भी रैली कर लें . यह रैली देश बचाओ रैली नहीं परिवार की संपत्ति बचाओ रैली ही सिद्ध होगी .
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