आठवीं की किताब में अजीबोगरीब सलाह, लड़कों से दूर रहें लड़कियां
चेन्नई (ईएमएस)। जब आप ऑटो, बस या फिर ट्रेन से स्कूल जा रहे हों तो लड़कों से दूरी बनाकर रखें। ध्यान रखें, आप किस तरह बैठते हैं। भड़काऊ कपड़े न पहनें। यह किसी खाप पंचायत का फरमान नहीं, बल्कि आठवीं क्लास की विज्ञान की किताब में दिए गए लेसन हैं। तमिलनाडु सरकार के समाचीर काल्वी (संतुलित शिक्षण) व्यवस्था के तहत पब्लिश विज्ञान की किताब में बाल यौन उत्पीड़न से बचाव के लिए ये तरीके बताए गए हैं।
सेक्स एजुकेशन को शिक्षा व्यवस्था का हिस्सा बनाने की कोशिश में सरकार 12 साल से एक टेक्स्ट बुक छाप रही है, जो छात्राओं को लड़कों से दूर रहने और भड़काऊ कपड़े न पहनने की सलाह देती है। यौन उत्पीड़न से बचाव के लिए छात्रों को ढंग से रहने और लोगों से मिलने की सीख दी गई है। उन्नाव और कठुआ गैंगरेप मामलों पर हुए विरोध के बीच इस टेक्स्ट बुक की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। इसके बाद कई यूजर्स ने इस पर नाराजगी जताई है।
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इस समाचीर काल्वी व्यवस्था पर विशेषज्ञ पहले ही ऐतराज जता चुके हैं, क्योंकि उनका मानना है कि इस तरह की शिक्षा लड़के-लड़कियों में बातचीत को प्रोत्साहित करने के बजाय वैचारिक दूरी बढ़ा रही है। आरोप है कि किताब में लिखी बातें वैचारिक रूप से विक्टिम को ही यौन उत्पीड़न के लिए जिम्मेदार ठहराती हैं। एससीईआरटी का कहना है कि किताब को 12 साल पहले मंजूरी मिली थी। इसके अलावा इस चैप्टर को रिवाइज करने की बात भी कही जा रही है। सरकार का कहना है कि अब बेहतर सेक्स एजुकेशन को क्लास छह से ही शामिल किया जाएगा।