वाशिंगटन, 04 अक्टूबर : अमेरिका पाकिस्तान से बड़े गैर नाटो सहयोगी का दर्जा वापस लेने पर विचार कर रहा है। यह जानकारी बुधवार को मीडिया रिपोर्ट से मिली।
अमेरिकी रक्षामंत्री जेम्स मैटिस ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि अगर पाकिस्तान से कूटनीतिक वार्ता की एक और कोशिश विफल होती है राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप कोई भी बड़ा फैसला लेने तैयार हैं।
विदित हो कि बड़े गैर नाटो सहयोगी के दर्जे को रद्द करने को लेकर अमेरिकी संसद में एक विधेयक पेश किया गया था जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान आतंकवाद के खिलाफ प्रभावशाली ढंग से लड़ने में असफल रहा है।
साल 2004 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने पाकिस्तान को यह दर्जा दिया था, ताकि अलकायदा और तालिबान से अमेरिका को मुकाबला करने में मदद मिल सके।
वैसे अमेरिका की ओर से एक बार फिर पाकिस्तान को सलाह दी गई है कि वह आतंकवाद को छोड़ कर भारत से दोस्ती कर ले। अमेरिका के रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस ने कहा, ”पाकिस्तान अगर अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों को निभाने का तरीका ढूंढ ले और अपनी सरजमीं को आतंकवादियों के लिए पनाहगाह नहीं बनने दे तो उसे भारत की ओर से काफी आर्थिक लाभ मिल सकते हैं।”
उन्होंने कहा कि सरकार का रुख बहुत स्पष्ट है और पाकिस्तान से उसकी जो अपेक्षा है उसे लेकर वह दृढ़ है तथा उनका प्रशासन बदलाव लाने के लिए हर संभव कोशिश कर रहा है। (हि.स.)।