होमवर्क ना करने पर टीचर ने क्लास की ही छात्राओं से लगवाए 168 थप्पड , दहशत में छात्रा
झाबुआ, 25 जनवरी : मध्यप्रदेश के आदिवासी बहुल झाबुआ जिले की एक शासकिय आवासीय स्कूल की छात्रा को होमवर्क नहीं करने पर शिक्षक ने सजा के तौर पर क्लास की ही छात्राओं से छः दिनों तक थप्पड लगवाए। इस शारीरिक ओर मानसिक प्रताड़ना से छात्रा दहशत में है। छात्रा के पिता ने इसकी शिकायत प्राचार्य से लिखित में की है।
जिला मुख्यालय से 34 किमी दूर थांदला तहसील मुख्यालय स्थित जवाहर नवोदय आवासीय विद्यालय मे कक्षा छटी की छात्रा अनुष्का पिता शिवप्रताप सिंह उम्र 12 वर्ष ने घटना की शिकायत तीन दिन पूर्व संस्था के प्राचार्य से की है। शिकायती पत्र मे उन्होंने लिखा है कि उनकी बेटी कुछ दिनों से बिमार चल रही थी। जिसके कारण होमवर्क मे पिछड गई थी। इसके उपचार के लिए मुझे रोज इसे अस्पताल ले जाना पड़ता था। इसकी जानकारी विद्यालय की नर्स अंतिमबाला पंचाल, वार्डन मैडम, पवन सिसोदिया को भी है।
छह दिनों तक रोज थप्पड़।
छात्रा के पिता ने बताया की बिमारी के बाद स्वस्थ होने पर अनुष्का की मां उसे 10 जनवरी को स्कूल छोडने गई। होमवर्क पूरा नहीं कर पाने पर विज्ञान विषय के शिक्षक मनोज कुमार वर्मा ने अनुष्का के गालों पर उसी कि ही कक्षा की 14 बालिकाओं से 2-2 थप्पड लगातार 6 दिनों तक 168 थप्पड लगवाए। यह क्रम 11 से 16 जनवरी तक लगातार चलता रहा। इस वजह से उनकी बेटी मानसिक एवं शारीरिक प्रताडना का शिकार होकर दहशत के कारण फिर से बिमार हो गई । इस पूरी घटना की जानकारी परिजनों द्वारा काफी पुछने पर यह बात उसने बताई। शिक्षक की इसी हरकत के कारण बालिका बहुत डरी हुई है। ओर अब स्कूल जाना नहीं चाहती। बालिका का इलाज थांदला के सरकारी अस्पताल मे चल रहा है। डाक्टर की लिखी हुई दवाईयों की पर्चिया भी उनके पास है।
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इनका कहना है।
संस्था प्राचार्य के, सागर का कहना है कि जो बच्चे पढाई मे कमजोर होते है उन्हे शिक्षक विद्यालय नियमों के तहत सजा नहीं दे सकते है। बच्चों के सुधार के लिए षिक्षक श्री वर्मा ने अन्य बच्चों से बोलकर छात्रा को ऐसी सजा दिलवाई है। श्री सागर के अनुसार जिन बच्चों ने उसे थप्पड मारे है वो जोर से नहीं मारे यह इकोफ्रेडली सजा है। फिर भी इस मामले को दिखवाएंगे ओर अभिभावकों को बुलाकर चर्चा करेंगे। जिला कलेक्टर आषीश सक्सेना का कहना है कि यह मामला संज्ञान मे आया है। पूरे मामले को दिखवाते है। उसके बाद ही कोई कार्यवाही की जाएगी। (हि.स.)।