हाई वोल्टेज के बिजली के तारों पर अटके लाईनमैनों ||NDRF से लगाईं जान बचाने की गुहार
पालघर : मुंबई से सटे पालघर जिला के मनोर टकवाल में वैतरना नदी में उफान खाते हुए बाढ़ के पानी के करीब 50 फिट ऊपर बिजली के तारो पर अटके दो लाईन मैंन को रेश्क्यु कर NDRF टीम ने उन्हें सुरक्षित बाहर निकाला .
जैसा की आप इस वीडियो में देख पा रहे है की बिजली के तारो पर दो लाईंन मैन कैसे लटक रहे है और निचे वैतरना नदी में बाढ़ का पानी उफान खा रहा है जैसे मानो सब कुछ बहाकर ले जाने पर अमादा हो . बिजली के तारो पर लटक रहे इन लाईन मैन को NDRF टीम ने बचाया देखें रेश्क्यु का लाईव विडियों……..
दरसल यह मामला कुछ इस प्रकार है पालघर बिजली विभाग की अधीक्षक अभियंता किरण नागावकर ने जानकारी देते हुए बताया की पालघर जिले में 21 जुलाई को हुई भारी बारिश के कारण पालघर तालुका के मनोर में वैतरना नदी में आए बाढ़ की चपेट में आने से मनोर के 33/22/11 KV बिजली सबस्टेशन से निकली हाई वोल्टेज बिजली लाइन (11KV) के दो खंभे टकवाल के पास टूट कर गिर गए थे . जिसके कारण हलोली, ढेकाले, सई, कुडे, सतीवली समेत 15 गांवों की बिजली बंद हो गई थी. इन गांवो में 2500 से ज्यदा बिजली के कनेक्शन है .
वही शुक्रवार को जब पालघर के बिजली विभाग के अधिकारी ठेकेदार के लाईनमैनों को लेकर क्षतिग्रस्त हुए बिजली के खंभे और बिजली के तारो का मरम्मत करने पहुंचे तो उन्हों ने देखा जहा बिजली के खंभे गिरे है, वहा वैतरना नदी में आए बाढ़ के पानी के कारण पहुचना मुश्किल है.
लेकिन कुछ समय बाद थोडा पानी कम होने के बाद किसी तरह क्षतिग्रस्त बिजली के खम्भों की जगह नया खम्भा खड़ा किया गया, लेकिन नदी के ऊपर से गए बिजली के क्षतिग्रस्त तारों को बदलना काफी मुश्किल हो रहा था. जिसके बाद ठेकेदार के लाईनमैनों ने नदी में उफान खाते हुए पानी के ऊपर बिजली के तारों पर लटक कर नए बिजली के तार को एक खम्बे से दुसरे खंभे तक ले जाने की कोशिश की लेकिन पानी का बहाव ज्यादा होने के कारण वह सफल नहीं हुए. और इस दौरान दो लाईनमैंन बिजली के तारों पर ही अटक गए. आखिरकार जिसके बाद बिजली विभाग के अधिकारियों को NDRF की मद्दत मागनी पड़ी. जिसके बाद पहुंची NDRF टीम ने पहले तार पर अटके लोगो को बाहर निकाला और उसके बाद NDRF टीम के सहयोग से क्षतिग्रस्त हुए बिजली के तारो को बदली किया गया.