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स्वाइन फ्लू से पुणे में 108 लोगों की मौत,पुणे महानगर पालिका ने जाँच के लिए बनायीं सात लोगो कि कमेटी.

मुंबई, 08 अक्टूबर: पुणे में स्वाइन फ्लू से नौ माह में 108 लोगों की मौत हो गई है। इस आशय का खुलासा पुणे महानगर पालिका द्वारा गठित सात लोगों की एक कमेटी ने किया है। 

सरकार ने निर्देश दिया था कि उपसंचालक की अध्यक्षता में एक मृत्यु संशोधन समिति बनाई जाए, जो स्वाइन फ्लू से हुई मौत की जांच करेगी। इसके बाद में सरकार ने अपने आदेश में परिवर्तन करते हुए कहा कि मृत्यु की जांच करने के लिए महानगर पालिका स्तर पर ही एक संशोधन समिति गठित की जाए। जनवरी माह से अब तक 140 मृत्यु स्वाइन फ्लू से हुई है। उसमें से 111 मृत्यु का इस कमेटी ने अवलोकन किया और निष्कर्ष पर पहुंची कि उसमें से 108 लोग स्वाइन फ्लू से मरे हैं। साथ ही शेष 29 केस का भी जल्द ही अवलोकन कमेटी द्वारा किया जाएगा।

गौरतलब है कि पुणे शहर में स्वाइन फ्लू की बीमारी से मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गांवों से भी अनेक मरीज शहर में उपचार कराने के लिए आते हैं, इस वजह से यह संख्या ज्यादा नजर आती है। स्वाइन फ्लू से मरने वालों की संख्या को देखकर सरकार ने ऐसी खबर को मीडिया में देने से मना कर दिया है। इसके लिए स्वास्थ्य अधिकारी मुंह नहीं खोल रहे हैं। मौजूदा साल में 140 लोगों की स्वाइन फ्लू मौत होने की जानकारी मिल रही है।

इसको लेकर राज्यमंत्री ने निर्देश दिया था कि स्वाइन फ्लू से मौत को लेकर एक संशोधन समिति गठित की जाए और उसकी जांच के बाद ही उसकी जानकारी सार्वजनिक की जाए। तत्पश्चात स्वास्थ्य विभाग के उपसंचालक की अध्यक्षता में एक कमेटी बनायी गयी, जो जांच को लेकर क्रियाशील है। इसके बाद राज्य सरकार ने नया निर्देश जारी कर कहा था कि महानगर पालिका स्तर पर संशोधन समिति बनाई जाए। 
सरकार के निर्देश के बाद मनपा ने सात सदस्यों की कमेटी बनाई।

इसमें ससून अस्पताल के डॉक्टर, राज्य स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, एनआईवी के डॉक्टर, मनपा स्वास्थ्य अधिकारी व डॉ. नायडू अस्पताल के डॉक्टरों का समावेश है। स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अंजली साबणे ने कहा कि राज्य में जनवरी माह से अब तक 140 लोगों की मौत स्वाइन फ्लू से हुई है, उसमें से हमने 111 केसेस की जांच की है, जिसमें तीन लोग ऐसे मिले, जो स्वाइन फ्लू से नहीं मरे हैं। 108 लोगों की मौतें स्वाइन फ्लू से हुई है। इसमें से भी 37 लोग ऐसे थे, जिनकी मौत देरी से उपचार मिलने की वजह से हुई है।

डॉ. साबणे के अनुसार इसमें से 31 मरीज महानगरपालिका सीमा के दायरे के निवासी हैं। शेष सभी मनपा सीमा के बाहर के निवासी हैं। शेष 29 केसेस का अवलोकन भी जल्द ही किया जाएगा और यह रिपोर्ट हम अब राज्य सरकार को भी भेजेंगे। (हि.स.)।  

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