स्मृति ईरानी ने सशस्त्र बल कल्याण कोष में दिया एक माह का वेतन
नई दिल्ली, 11 दिसंबर (हि.स.)। केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने अपना एक माह का वेतन सशस्त्र सेना और उनके परिवारों के कल्याण के लिए दान किया है। केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के सशस्त्र बल झंडा दिवस कोष में योगदान के आह्वान पर उन्होंने अपने एक माह का वेतन इस कोष को देने का फैसला किया है।
उल्लेखनीय है कि देश के सम्मान की रक्षा के लिए जान की बाजी लगा देने वालों, बलिदान देने वाले सैनिकों के सम्मान में देश हर साल 7 दिसम्बर को सशस्त्र सेना झंडा दिवस मनाता है। इसकी शुरूआत 1949 में हुई थी। इसी क्रम में 1993 में दिव्यांग पूर्व सैनिकों, सैनिकों की विधवाओं, शहीदों के बच्चों को मदद देने के उद्देश्य से सशस्त्र बल झंडा दिवस कोष की स्थापना की गई। इस कोष से संघर्ष के कारण दिव्यांग हो गए पूर्व सैनिकों, सैनिकों की विधवाओं व उनके बच्चों को आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है।
इस साल रक्षा मंत्रालय ने 1 से 7 दिसंबर तक डिजिटल सप्ताह अभियान का आयोजन किया, जिसे सशस्त्र बल सप्ताह के रूप में मनाया गया । यह अभियान पूरे देश की सशस्त्र बल कर्मियों के साथ एकजुटता व्यक्त करने के लिए चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य ‘सशस्त्र बल झंडा दिवस कोष’ के बारे में जागरुकता पैदा करने और लोगों को उदारतापूर्वक योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करना था।
रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने रक्षा मंत्रालय का कार्यभार ग्रहण करने के बाद यह अभियान पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों के कल्याण के लिए पूरे देश का समर्थन सुनिश्चित करने के लिए शुरु किया। प्रधानमंत्री ने भी आमजन से इसमें योगदान करने की अपील की थी।