सेल्फी ने खोला मौत का राज !
-मारने से आरोपितों ने नीतेश के साथ की थी कॉकटेल पार्टी
-दो आरोपित गिरफ्तार, अभी दो मुख्य हत्यारे फरार
बहराइच, 29 दिसम्बर (हि स.)। 18 दिन पहले शहर के बंधन गेस्ट हाउस में हुए नीतेश मिश्रा बहुचर्चित ब्लाइंड मर्डर का शुक्रवार को बहराइच पुलिस ने खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक नीतेश की हत्या चुनावी रंजिश में हुई थी। जिसका राज सेल्फी से खुला है।
नगर कोतवाली पुलिस ने इस हत्या में शामिल दो आरोपितों को अरेस्ट किया है। जबकि नीतेश की हत्या करने वाले दो मुख्य आरोपित अभी फरार हैं। जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लेने का दावा पुलिस कर रही है। फिलहाल पुलिस ने गिरफ्तार आरोपितों को जेल भेज दिया है।
नगर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत सिविल लाइन रायपुर राजा मोहल्ला निवासी नीतेश मिश्रा उर्फ छोटू (30) पुत्र स्व विनय मिश्रा गत नौ दिसंबर की रात घर से बौद्ध परिपथ स्थित बंधन गेस्ट हाउस में आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए निकला था। लेकिन देर रात करीब 12 बजे लोगों ने उसे गेस्ट हाउस परिसर में औंधे मुंह पड़े देखा। जिस पर डायल हंड्रेड को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस ने छोटू को जिला अस्पताल में भर्ती कराया। लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए नगर कोतवाली में अज्ञात हत्यारे के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 के तहत केस दर्ज कराया। अपराधी से जुड़े बंधन गेस्ट हाउस परिसर में हुए इस हत्याकांड से शहर में सनसनी फैल गयी थी। जिस पर एसपी जुगुल किशोर ने अपर पुलिस अधीक्षक नगर अजय प्रताप सिंह व सीओ अतुल यादव को जांच के निर्देश दिए। पुलिस अफसरों ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले लेकिन हाथ कुछ नहीं लगा। इस पर वैवाहिक समारोह की सीडी व नीतेश द्वारा मरने से पहले उपयोग में लाये गए फेसबुक की लास्ट अपडेट व डाली गई सेल्फी के जरिये तफ्तीश आगे बढ़ाई गई।
सर्विलांस सेल के जरिये कई मोबाइल नंबरों को रडार पर लिया गया। जिससे कई संदिग्ध मामले उजागर हुए। संदिग्धता के आधार पर ही नगर कोतवाल प्रमोद कुमार सिंह ने एसआई शशि भूषण पाण्डेय, सिपाही उदय वीर सिंह, ओम प्रकाश यादव, सूरज गौड़, विकास गौड़, रवि कुमार शाह के साथ मिलकर रायपुर राजा मोहल्ला निवासी तारिक पुत्र कमर हुसैन उर्फ कमर इस्लाम व छोटी बाजार निवासी शाहिद पुत्र छक्कू को हिरासत में लिया। कड़ाई से पूछताछ की गई तो दोनों ने जुर्म कबूल लिए। जिस पर पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
तीन तलाक: मुस्लिम महिलाओं ने मिठाई बांटकर किया खुशी का इजहार
मौत की वजह बनी चुनावी रंजिश
आशीष सिंह की पत्नी सपा से सभासद पद की उम्मीदवार थी। जबकि विपक्ष में काँग्रेस से तारिक की पत्नी चुनाव के मैदान में थी। आशीष को पता चला कि नीतेश ने उसके खिलाफ व तारिक के पक्ष में प्रचार किया था। हालांकि दोनों प्रत्याशी चुनाव हार गए। आशीष सिंह ने नीतेश को फोन कर धमकाया भी था। शादी समारोह में दोनों की मुलाकात हो गयी। जहां कहासुनी के बाद नीतेश को मौत के घाट उतार दिया गया।
शानू ने मारी थी गुप्ती, आशीष ने पीछे से लिया था जकड़
मारपीट के दौरान आशीष सिंह ने नीतेश को पीछे से जकड़ लिया था। इस दौरान गिरफ्तार आरोपित तारिक व शाहिद दीवार बनकर खड़े हो गए, ताकि शादी समारोह में शामिल कोई व्यक्ति नीतेश व उसके साथ हो रही वारदात को देख न पाए। तभी जोशियापुरा निवासी शानू ने नीतेश के पेट मे गुप्ती मारने की कोशिश की, लेकिन वार पेट के निचले हिस्से नाजुक अंग पर जा लगा। वह औंधे मुंह जमीन पर गिर पड़ा। यह देख हमलावर मौके से फरार हो गए। इससे पहले नीतेश को खूब शराब पिलाई गयी और 12 बजे के बाद का समय हत्या के लिए चुना गया। कारण उस वक्त तक अधिकाधिक लोग शादी में शामिल होकर घरों को लौट चुके थे। कुछ ही लोग गेस्ट हाउस में बचे थे। पुलिस के मुताबिक, पुलिस ने जब घायलावस्था में नीतेश को जिला अस्पताल पहुंचाया तो आरोपित शाहिद भी पीछे से वहां गया था। अस्पताल के बाहर उसने चाय पी और जब मौत की पुष्टि हो गयी तो चारों आरोपित छोटी बाजार स्थित एक किराये के मकान में मिले। यहां से अलग-अलग होकर लखनऊ के लिए रवाना हुए थे। ताकि घटना की रात में अपने-अपने को लखनऊ में होना दर्शाया जा सके।
दो हत्याओं का था प्लान
पुलिस के मुताबिक आशीष सिंह व उनके सहयोगियों ने दो हत्याओं का प्लान बनाया था। एक नितेश मिश्रा उर्फ छोटू तो दूसरा कार्तिकेय मिश्रा उर्फ मोनू का। कार्तिकेय ने भी आशीष सिंह के समर्थन में प्रचार न करकर किसी अन्य प्रत्याशी के समर्थन में वोटिंग की अपील की थी। लेकिन कार्तिकेय मिश्रा शादी समारोह में गया नहीं। वहां नीतेश मिल गया। जहां चुनावी रंजिश के चलते उसे मार दिया गया।