‘सुप्रीम’ विवाद : प्रेस कांफ्रेंस करने वाले चारों जजों के खिलाफ कार्रवाई के लिए याचिका
नई दिल्ली, 15 जनवरी (हि.स.)। सुप्रीम कोर्ट के चार जजों के प्रेस कांफ्रेंस करने के खिलाफ वकील आरपी लूथरा ने कार्रवाई करने की मांग की है। आज जब चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली बेंच सुनवाई करने के लिए बैठी तो वकील लूथरा ने उन चारों जजों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने कहा कि जजों को सार्वजनिक रूप से अपनी बात नहीं कहनी चाहिए थी।
लूथरा के पूरे वक्तव्य के दौरान चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा शांत रहे। जब लूथरा ने अपनी बात खत्म कर ली तो चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा मुस्कुराए। चीफ जस्टिस ने न उन्हें रोका और न ही कुछ पूछा।
आज सभी कोर्ट में सुनवाई करीब दस मिनट देर से शुरू हुई। जिन चारों जजों ने पिछले 12 जनवरी को प्रेस कांफ्रेंस की थी| उन्होंने भी रोजाना की तरह कोर्ट में सुनवाई शुरू की।
सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई से पहले सभी जज चाय पर मिले। इस दौरान चीफ जस्टिस, जस्टिस चलमेश्वर एवं सभी जज एक-दूसरे से मिले। बताया जा रहा है कि इस दौरान सुप्रीम कोर्ट के अधिकारी, रजिस्ट्रार और दूसरे सुरक्षाकर्मियों को कमरे से बाहर भेजकर सभी जजों ने आपस में चर्चा की। इसी वजह से कोर्ट की रोजाना सुनवाई भी 10 मिनट की देरी से शुरू हुई।
अटार्नी जनरल के के वेणुगोपाल ने कहा कि जजों के बीच का विवाद सुलझ गया है। आज से चारों जजों ने काम शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि मामला सुलझ गया है| अब कोई विवाद नहीं है। हालांकि विवाद कैसे सुलझा| इस पर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की।