सीडीओ ने आठ अफसरों का रोका वेतन, मांगा स्पष्टीकरण
-निरीक्षण के दौरान खुली अफसरों की पोल, नहीं पहुंचे थे समय से कार्यालय
कानपुर, 12 अप्रैल (हि.स.)। प्रदेश के मुखिया के फरमान को जनपद के अधिकारियों द्वारा गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसका खुलासा बुधवार को सीडीओ के विकास भवन कार्यालय में रियलिटी चेक के दौरान कई अफसर नदारद मिले। अफसरों के रवैये को देखते हुए एक दिन का वेतन काटने के साथ-साथ स्पष्टीकरण मांगा गया है।
मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने सभी अफसरों को 10 बजे से कार्यालयों में बैठने व जनता की समस्याओं को सुनने के आदेश दिए हैं लेकिन सीएम के फरमान के बावजूद जिले के विकास भवन में अफसरों की लापरवाह रवैया पटरी पर नहीं लौट रहा है। सीडीओ अरूण कुमार बुधवार सुबह समय पर कार्यालय पहुंचे। सीडीओ ने अचानक सभी विकास भवन से अटैच सभी कार्यालयों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आधा दर्जन से अधिक अफसरों अपने आफिस रूम में नहीं मिले। यह देख सीडीओ का पारा हाई हो गया। उन्होंने सम्बंधित अफसरों को कॉल करते हुए फटकार लगाई और रवैया सुधारने के निर्देश दिए। यही नहीं इन सभी अफसरों को चेतावनी दी गई, कि आगे समय से आफिस न आने पर रिपोर्ट बनाकर शासन को भेज दी जाएगी।
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कार्यालयों से नदारद समाज कल्याण अधिकारी अलख निरंजन मिश्रा, जिला कृषि अधिकारी मनीष सिंह, उपायुक्त श्रम रोजगार अवधेश कुमार दीक्षित, डीओ (पीवीडी) आरती जायसवाल, डीपीआरओ राम सजन चौधरी, अधिशाषी अभियन्ता ग्रामीण अभिकरण विभाग डी.डी. पाठक, परियोजना अधिकारी डूडा निधि बाजपेयी, जिला गन्ना अधिकारी अजय सिंह नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है। इसके साथ ही सभी अफसरों का एक दिन का वेतन काटने के निर्देश सीडीओ ने जारी किए है।