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सिर को चोट लगने से कैसे बचाएं…

मुंबई : सड़क दुर्घटना में, खेलते समय, लड़ाई करते वक्त सिरपर चोट लगने की संभावना होती है। इसे ‘हेड इंज्युरी’ कहा जाता है। सिरपर गंभीर चोट लगने पर मरीज की मृत्यू होने की संभावना अधिक होती है। क्या आपको पता है, अक्सर सिर को लगी चोट गंभीर हो सकती है। हालांकि, यदि मस्तिष्क किसी दुर्घटना में घायल हो जाता है, तो आंतरिक रक्तस्राव हो सकता है। खोपड़ी की हड्डियों को फ्रैक्चर हो सकता है। इसके अलावा, एपिड्यूरल हेमेटोमा और सबड्यूरल हेमेटोमा रक्त के थक्के होते हैं जो खोपड़ी के अस्तर के नीचे बनते हैं। इन समस्यों को नजरअंदाज ना करते हुए समय रहते इलाज करना जरूरी है|

लक्षण :

सिर की चोट की गंभीरता व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भिन्न होती है। सिरपर चोट लगे व्यक्तींओं में यह आम लक्षणं दिखाई देते हैं। जैसे की, सिर दर्द, प्रकाश की असहनीयता, सिर चकराना, जी मिचलाना, बार-बार उल्टी होना, थकान महसूस कर रहा हूँ, नींद के पैटर्न में बदलाव, धुंधली दृष्टि, होश में न रहना. इसके अलावा, यदि सिर में चोट गंभीर है, तो मरीज को बोलने में कठिनाई महसूस होना, बेहोशी, चलने-फिरने में असमर्थता, कमजोरी, कोमा और कान से स्त्राव निकलना ऐसे लक्षणं दिखाई देते है।

निदान और उपचार :

सिरपर मामूली चोट लगी है, यह सोचकर कई लोग वैद्यकीय जाचं नही करते। लेकिन सिरपर हलकी चोट भी लगे तो डॉक्टर की सलाह पर एक्स-रे, सीटी-स्कैन या एमआरआई करना जरूरी है। यह एक सटीक निदान देता है कि सिर की चोट कितनी गहरी है। इस परीक्षण रिपोर्ट से, डॉक्टर यह तय करता है कि मरीज पर क्या इलाज किया जाए। कई मामलों में सिरपर जिस जगह चोट लगी है वहॉं पर टांके लगाए जाते हैं। कुछ मामलों में, चोट की जगह बर्फ लगाया जाता है। लेकिन अगर ब्रेन के अंदर से खून बह रहा है, तो सर्जरी करना जरूरी होता है।

सिर की सुरक्षा के लिए क्या करें :

बाइक से यात्रा करते समय नियमित रूप से हेलमेट पहनें। माता-पिता को पता होना चाहिए की, उसके बच्चे कोनसे मैदान में खेल रहे हैं। अगर आप कमजोर महसूस करते हैं तो खेलने से बचें। खराब सड़कों पर साइकिल चलाने या स्केटिंग ना करें। पूल, पार्क या समुद्र तट पर निर्धारित दिशानिर्देशों का पालन करें। इसे नजरअंदाज करना हानिकारक हो सकता है। वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। शराब के प्रभाव में ड्राइव न करें, क्योंकि इससे दुर्घटनाएं और सिर में चोट लग सकती है। घर में सीढ़ियों को हमेशा साफ रखें। घर की खिड़कियों को ग्रिल लगाएं, ताकि कोई वहां से नीचे न गिरे और उसे चोटं ना लगे।

हर साल 20 मार्च यह दिवस ‘हेड इंज्युरी’ दिन के रूप मैं मनाया जाता है| और इसी हेड इंज्युरी’ दिन के अवसर पर हम अपने सर को चोट लगने से कैसे बचाए इस बारे मैं मुंबई के ग्लोबल अस्पताल के क्रिटिकल केयर यूनिट विभागप्रमुख डॉ प्रशांत बोराडे ने यह विस्तृत जानकारी दी है|

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