नई दिल्ली, 07 जनवरी = राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़ी संस्कृत भाषा के विकास के लिए कार्यशील संस्कृत भारती का तीन दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन उडुप्पी में हो रहा है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने संस्कृत में ट्वीट कर उसके सार्थक होने की कामना की है।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘संस्कृतभारती उडुपिनगरे अखिलभारतीयम् अधिवेशनम् आयोजयिष्यतीति प्रमुदितः अस्मि । अधिवेशनमिदं सार्थकम् भवतु ; संस्कृताध्येतृणां लाभाय भवतु । संस्कृतं भारतीयानाम् अभिमानास्पदम् । अस्यां भाषायामेव अस्माकं बहवो महान्तः ग्रन्थाः विरचिताः । अधिवेशनकलापः अधिकजनान् संस्कृताध्ययनाय संस्कृते लेखनाय च प्रेरयेत् । आगामिसन्ततिः अनेन लाभान्विता भूयात् ।’
प्रधानमंत्री ने कहा कि संस्कृत भारती उडुपि नगर में अखिल भारतीय अधिवेशन आयोजित कर रहा है जो प्रसन्नता की बात है। यह सम्मेलन सार्थक और लाभदायक हो ऐसी कामना है। संस्कृत भाषा भारत का अभिमान है। इस भाषा में ही हमारे कई महान ग्रन्थों की रचना हुई है। अधिवेशन से अधिक लोग संस्कृत का अध्य्यन करने और उसमें लेखन करने के लिए प्रेरित होंगे। आने वाली पीढ़ी भी इससे लाभान्वित होगी।
उल्लेखनीय है कि 6, 7 और 8 जनवरी को संस्कृत भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन राजागणम, श्रीकृष्ण मठ उडुपि, कर्नाटक में हो रहा है।