श्री हनुमान ध्वजा शोभायात्रा को परमिशन न मिलने से भड़के भक्त.
Uttar Pradesh.वाराणसी, 08 अप्रैल = सुबे में निजाम बदलने के बाद भी प्रशासनिक मशीनरी और इससे जुड़ी लाल फीता शाही बदलनें को तैयार नही है। इसका नजारा शनिवार को फिर देखने को मिला। प्रतिवर्ष की भांति 11 अप्रैल को परम्परागत रूप से निकलने वाले श्री हनुमान ध्वजा शोभायात्रा जिसमें लगभग 50-60 हजार के करीब हनुमान भक्तों की भागीदारी होती है। इस शोभायात्रा को प्रार्थना पत्र देने के बावजूद अब तक परमिशन न देना, धार्मिक आस्था से जुड़े परम्पराओं में भी अड़गेबाजी इनसे जुड़ी संस्थाओं को सालने लगी है।
श्री हनुमत सेवा समिति ने प्रतिवर्ष की भांति भिखारीपुर से संकटमोचन तक शोभायात्रा निकालने के लिए सीजेएम प्रथम के यहां 24 दिन पूर्व ही परमिशन की अर्जी 17 मार्च को लगाई गई थी, लेकिन परमिशन मिला तो सिर्फ वाहन रिर्हसल का। जबकि मुख्य शोभायाञा का परमिशन दिया ही नही गया। संस्था के अध्यक्ष रामबली मौर्य ने इस सम्बन्ध में बताया कि आवेदन के जरिये सारी आख्या व रिपोर्ट मे वाहन रिर्हसल व मुख्य शोभायात्रा की परमिशन मांगी गई थी।
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बताया कि इसके अलावा 17 मार्च को ही सारी प्रकिया पूरी करते हुए एडीएम सिटी और एसपी सिटी के यहां भी सम्बन्धित थानों की आख्या लगाने के लिए सारी पञावलियां जमा कर दी गई। इसके बाद 20 दिन हो गया सम्बन्धित विभागों मे भागदौड़ करते लेकिन शोभायात्रा के लिए सात अप्रैल परमिशन नही मिल पाया।
मौर्य ने बताया कि इस सम्बन्ध में बताया कि अभी कुछ थानों की आख्या नही आई है जब आख्या आ जायेगी तब आपकी फाईल एडीएम सिटी को भेज दिया जाएगा। नाराजगी जताते हुए मौर्य ने कहा कि प्रशासन द्वारा निर्धारित सीमा से काफी पूर्व संस्था द्वारा सारी प्रकिया पूरी करने के बाद भी शोभायात्रा की परमिशन की प्रकिया का पूरी न होना खेद जनक है। अब जबकी शोभायात्रा मे सिर्फ तीन दिन शेष बचा है। ऐसे में वाराणसी प्रशासन की नियत सन्देहास्पद है।