विहिप ने तोगड़िया प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग उठायी
लखनऊ, 16 जनवरी (हि.स.)। विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) ने डॉ. प्रवीणभाई तोगड़िया के गुजरात कार्यालय से अचानक गायब होने और फिर बेहोशी हालत में मिलने को गंभीर प्रकरण बताते हुये इसकी उच्चस्तरीय जांच की मांग उठाई है।
विहिप के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि विहिप के अन्तर्राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष प्रवीण भाई का अचानक गायब होकर बेहोशी हालत में मिलना संशय पैदा करता है। इस प्रकार सुरक्षा पर भी प्रश्न चिन्ह खड़ा होना स्वाभाविक है।
उन्होंने कहा कि विश्व हिन्दू परिषद के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी संगठन के लिए बहुमूल्य हैं। उनके मार्गदर्शन में संगठन का तंत्र लगातार सक्रिय है। हिन्दुओं में जागरूक्ता तथा राष्ट्र और धर्म विरोधी तत्वों के विरूद्ध वैचारिक संघर्ष करने वाले विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं की सुरक्षा होनी चाहिए। सरकार किसी की भी हो उसका उत्तरदायित्व बनता है कि वह अपने नागरिकों को सुरक्षित रखे।
उन्होंने कहा विहिप के वर्तमान कार्याध्यक्ष डॉ. प्रवीणभाई तोगड़िया लगातार राष्ट्र विरोधी तत्वों के निशाने पर हैं, जिसको देखते हुए भारी पुलिस सुरक्षा दी गई है। उसके बावजूद उनका इस प्रकार गायब होना और बेहोशी मे मिलना सुरक्षा तंत्र को भी कठघरे मे खड़ा करता है। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और गंभीर घटना है,जिससे कार्यकर्ताओं में आक्रोश और दुख व्याप्त है।
उन्होंने कहा संत धर्माचार्य, विहिप पदाधिकारी और देश के लाखों कार्यकर्ता उनके शीघ्र स्वस्थ होने की ईश्वर से कामना करने के साथ ही सरकार से इस गंभीर प्रकरण की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
परिषद के प्रान्तीय मीडिया प्रभारी शरद शर्मा ने कहा कि तोगड़िया का गुजरात कार्यालय से अचानक गायब होना बाद में बेहोशी हालत में मिलना और अब हॉस्पिटल में पत्रकारों के बीच रो कर अपनी हत्या की बात कहना गंभीर प्रकरण की ओर इशारा करता है। इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए कि कौन लोग हैं जो उनकी हत्या करवाना चाहते हैं ?
शरद शर्मा ने कहा कि कहा पंडित दीनदयाल उपाध्याय और डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की संदिग्ध मौत के उदाहरण हमारे सम्मुख हैं, आज तक देश की जनता के सामने यह रहस्य बना हुआ है कि उनकी मौत कैसे हुई ?