विवादों में घिरा राज्य सरकार द्वारा गठित पहाड़िया डेवलपमेंट बोर्ड.
सिलीगुड़ी, 28 जनवरी= पहाड़ की जनजातियों के विकास के लिए मुख्यमंत्री द्वारा तीन नये विकास बोर्ड की घोषणा के बाद अब पहाड़िया माइनॉरिटी डेवलपमेंट बोर्ड के अंतर्गत आने वाले मुस्लिम समुदाय ने दो दिन पहले बोर्ड में शामिल करने पर नाराज दिखे तो शनिवार को दार्जिलिंग जिला क्रिश्चन माइनॉरिटी एशोसिएशन ने बोर्ड के गठन पर अंगुली उठाते हुए इस फैसले को वापस लेने की मांग की।
एसोसिनएशन ने इस बारे में रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने का निर्णय किया है। दार्जिलिंग जिला क्रिश्चन माइनॉरिटी एशोसिएशन के प्रवक्ता एके रॉय ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि बोर्ड की घोषणा के पहले से ही हमारे संस्था ने राज्य सरकार से अलग से क्रिश्चन माइनॉरिटी बोर्ड गठन का प्रस्ताव दिया था। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा अचानक इस घोषणा से वे लोग सकते में हैं। उन्होंने कहा कि पहाड़िया माइनॉरिटी डेवलपमेंट बोर्ड में आने वाली विभिन्न जातियों की संस्कृति, उनका रहन – सहन सभी अलग-अलग है जिस कारण एक बोर्ड के तहत किसी का विकास नहीं होगा।
रॉय ने कहा कि दीदी द्वारा लिया गया यह फैसला ठीक है लेकिन इससे किसी का विकास नहीं होगा ऐसा हमलोगों का मानना है। उन्होंने कहा कि इस पूरे मसले पर दोबारा विचार करने की मांग करते हुए हमारा एक दल रविवार को ममता बनर्जी से मिलने कोलकाता जाएगा।