विदेशी कंपनियों को नफा पहुंचाने के लिए की गई नोटबंदी : मोहन प्रकाश
मुंबई, = नोटबंदी से देश की चलन, रिजर्व बैंक की विश्वासर्हता व देश की अर्थव्यवस्था को ठेस लगी है। केंद्र सरकार को खुद पर विश्वास नहीं रह गया है, इसलिए नोटबंदी के बाद अब तक 60 बार नियमों में बदलाव किया गया है। यह जानकारी अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव व महाराष्ट्र कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश ने मुंबई में पत्रकारों को संबोधित करते हुए दिया है।
मोहन प्रकास ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर विदेशी कंपनियों को नफा पहुंचाने के लिए कैशलेस का नारा देने व नोटबंदी लागू किए जाने का भी आरोप लगाया है। मोहन प्रकाश ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी विदेशी कंपनियों के ब्रांड अंबेसडर की तर्ज पर काम कर रहे हैं। परदेशी शक्ति देश की नीतियां तय कर रही हैं और उन्हें लाभान्वित करने के लिए कैशलेस व्यवहार आम देशवासियों पर लादा जा रहा है। नोटबंदी के बाद देश में 125 लोगों की मौत लाईन में लगने की वजह से हुई है और सरकार की ओर से किसी भी तरह की संवेदना व्यक्त नहीं की गई। देश में नैसर्गिक संकठ से हुई मौत के लिए संवेदना व्यक्त करने का रिवाज रहा है। इसी प्रकार पूरे देश में नोटबंदी की वजह से उद्योग धंधे बंद हो रहे हैं।
यहां काम करने वाले कामगार बेरोजगार हो रहे हैं और उनपर भूखमरी का संकठ आ रहा है , लेकिन सरकार की ओर से किसी भी तरह की संवेदना नहीं जताई जा रही है। मोहन प्रकाश ने कहा कि किसान अपना उत्पाद सडक़ों पर डालने के लिए मजबूर हो गए हैं, लोगों की क्रयशक्ति समाप्त हो गई है। इसका गंभीर परिणाम आगामी दिनों में देश की अर्थव्यवस्था पर पडऩे वाला है।