लोकसभा में कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव नोटिस
नई दिल्ली, 10 अप्रैल = कांग्रेस ने तरुण विजय के विवादित बयान पर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है। वहीं तरूण विजय की टिप्पणी को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही 10 मिनट के लिए स्थगित भी हुई।
राज्यसभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद की अगुवाई में कांग्रेस नेताओं ने एक बैठक भी बुलाई। इस दौरान दोनों सदनों में मोदी सरकार को घेरने पर रणनीति बनाई गई।
दरअसल इंडिया-अफ्रीका पार्लियामेंटरी फ्रेंडशिप ग्रुप के अध्यक्ष तरुण विजय को अल जजीरा के ऑनलाइन शो ‘द स्ट्रीम’ में बुलाया गया था। इस कार्यक्रम में दिल्ली के ग्रेटर नोएडा में हाल ही में अफ्रीकन स्टूडेंट्स पर हुए हमलों को लेकर चर्चा हुई थी। इस कार्यक्रम का एक वीडियो भी वायरल हुआ, जिसमें तरुण कहते सुनाई दे रहे हैं कि अगर हम नस्लभेद करते, तो पूरा साउथ- तमिल, केरल, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश कैसे हमारे साथ रहता। हम क्यों उनके साथ रहते। हमारे चारों तरफ काले लोग हैं।
इस मसले पर केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने कहा कि ‘जब भाजपा नेता तरुण विजय ये बयान दे रहे थे कि हम काले लोगों के साथ रहते हैं। वो स्पष्ट करें कि वो काले लोग कौन हैं? क्या भाजपा और आरएसएस से जुड़े लोग ही भारतीय हैं?
वहीं मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी कहा था कि ‘भाजपा की देश के लोगों के बीच भेदभाव करने की आदत है। वहीं डीएमके नेता टीकेएस एलनगोवन ने निंदा करते हुए तरुण विजय के बयान पर कहा, ‘हास्यास्पद है, केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु के सारे लोग अश्वेत नहीं होते। हमारे नेता डॉ कलईगनर गोरे थे और जयललिता भी गोरी थीं।’
हालांकि भाजपा नेता तरुण विजय ने अपने विवादित बयान के लिए माफी मांग ली है। उन्होंने माफी मांगते हुए लिखा कि उनके कहने का मतलब यह नहीं था जो समझ लिया गया। ट्विटर पर सफाई देते हुए तरुण विजय ने लिखा कि उनके कहने का मतलब यह था कि ‘हमारे देश के कई हिस्सों में अलग-अलग और विभिन्न रंग के लोग रहते हैं, लेकिन हमने कभी किसी के साथ भेदभाव नहीं किया।’