लखनऊ में एक हत्या, दो डकैती में 48 घंटे बाद भी पुलिस के हाथ खाली
लखनऊ, 22 जनवरी (हि.स.)। लखनऊ में कानून व्यवस्था पूरी तरह से धवस्त है। अपराधियों को पकड़ने की सभी योजानाओं में पुलिस मुंह की खां रही है। इसके चलते राजधानी में ताबड़तोड़ डकैती और हत्या की वारदात हुई हैं। चिनहट निवासी दीनानाथ के घर हुई डकैती में 48 घंटे और काकोरी प्रधानपुत्र की हत्या के बाद डकैतीकांड को 24 घंटे बीत चुके है, जिसमें पुलिस के हाथ अभी तक कोई भी सुराग नहीं लग पाया है।
पहली घटना चिनहट थानाक्षेत्र की है। देवरिया के गौरीबाजार निवासी दीनानाथ के मुताबिक गुरुवार की रात असलहधारी बदमाशों ने पत्नी अमलावती और बेटी सोनी सिंह को गोली मार दी। इसके बाद डकैतों ने घर से नकदी सहित लाखों के जेवरात पर हाथ साफ कर दिया। इसके अलावा उनकी बेटियों को बदमाश उठा ले गये और सड़क किनारे फेंक कर भाग निकले। पुलिस ने घटनास्थल की जांच कर अज्ञात बदमाशों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरु कर दी। 48 घंटे होने के बावजूद पुलिस के हाथ अभी तक कोई भी सुराग नहीं लग पाया है।
दूसरी घटना 24 घंटे पहले काकोरी थानाक्षेत्र में हुई थी। डकैतों ने काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में डकैती डाली। डकैती का विरोध करने पर कटौली गांव के प्रधान हरिशंकर यादव के पुत्र अभिषेक यादव उर्फ कोमल को गोली मार दी। डकैतों ने चार घंटे तक पांच घरों के परिवार को बंधक बनाकर डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। ग्रामीणों के मुताबिक, 43 साल पहले ऐसी ही डकैती हुई थी। डकैती और हत्या को 24 घंटे बीत चुके है और पुलिस के हाथ अभी तक खाली है। राजधानी में दो दिन लगातार हुई डकैती और हत्या की घटना के बाद से दहशत का माहौल व्याप्त हैं। पुलिस की चेकिंग और गश्ती पर सवालियां निशान खड़े हो गये है।
जल्द किया जायेगा खुलासा
शहर के दो अलग-अलग थानाक्षेत्रों में 48 घंटे में डकैती और हत्या की वारदात हुई। इस मामले में काकोरी थाना प्रभारी यशकांत को हटा दिया गया है। वहीं अधिकारी कह रहे है कि डकैती की खुलासे के लिए एसटीएफ और क्राइम ब्रांच को लगाया गया है, जल्द ही खुलासा कर दिया जायेगा।