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रेल मंत्री पीयूष गोयल की तबियत में सुधार

मुंबई, 28 नंवबर : रेल मंत्री पीयूष गोयल को सोमवार अचानक देर शाम तबीयत खराब हो जाने के कारण दक्षिण मुंबई के ब्रीच कैं डी अस्पताल में ले जाना पड़ा।अस्पताल में गोयल की तबियत में सुधार हो रहा है। कल शाम को 6 बजकर 30 मिनट पर रेल मंत्री मीडिया से मुलाकात करने वाले थे। परंतु उनकी तबीयत खराब होने के कारण वह मीडिया से नहीं मिल पाए। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार सोमवार को दोपहर एलफिंस्टन और करी रोड स्टेशन पर चल रहे पादचारी पुलों के काम का निरीक्षण करने के बाद रेल मंत्री लोकल टे्रन से सीएसएमटी स्टेशन पर आए और इस दौरान उन्होंने सीएसएमटी स्टेशन के विकास से संबंधित कार्यों का जायजा लिया। उसके बाद 6.30 बजे पत्रकारों से बातचीत करने का समय मध्य रेलवे द्वारा निर्धारित किया गया। बाद में कुछ देरी के बाद मध्य रेलवे के जनंसपर्क विभाग से यह पता चला कि अचानक रेल मंत्री की तबीयत खराब हो गई है, इसलिए वह मीडिया से बातचीत नहीं कर पाएंगे। और तकरीबन पौने आठ बजे के आसपास उन्हें सीएसएमटी स्टेशन से सीधे ब्रीच कैं डी अस्पताल ले जाया गया। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें पेट में अचानक दर्द शुरू हो गया और गले में भी तकलीफ हो रही थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन्हें किडनी स्टोन की शिकायत है।

बता दें कि केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार क ो पश्चिम रेलवे के एलफिं स्टन और मध्य रेलवे के करी रोड स्टेशन पर चल रहे पादचारी पुलों का निरीक्षण करने के लिए दौरा किया। इन पादचारी पुलों का काम आर्मी द्वारा किया जा रहा है। 29 सिंतबर को एलफिंस्टन स्टेशन पर हुई भगदड़ की घटना के बाद रेलवे द्वारा यह निर्णय लिया गया। इस घटना में 23 यात्रियों की दर्दनाक मौत हो गई थी।

रेलवे मंत्री ने सबसे पहले एलफिंस्टन स्टेशन पर बनाए जा रहे पादचारी पुल का जायजा लिया और वहां आर्मी तथा रेलवे के अधिकारियों से पादचारी पुल के कामों को लेकर चर्चा की और उन्हें निर्देश दिया। इस दौरान मध्य और पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक सहित कई अधिकारी उपस्थित थे। पत्रकारोंं से बातचीत करते हुए रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि मुझे आर्मी और रेलवे अधिकारियों द्वारा एलफिंस्टन स्टेशन पर पादचारी पुल को लेकर किए जा रहे काम से बहुत खुशी है और ऐसा लगता है कि जो समय हमने पादचारी पुल के लिए निर्धारित किया है वह उससे पहले ही बन जाएगा। इसके अलावा यहां पर 12 मीटर का चौड़ा एक और पुल बनाने की तैयारी है, इसके लिए निविदा जारी कर दी गई है। आर्मी द्वारा इस पादचारी पुल को बनाए जाने के पीछे बहुत ही खास कारण है। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना के पास इस तरह का काम करनेवाले समर्पित और विशेषज्ञों की टीम है जो चुनौती भरी पस्थितियों में काम करने में निपुण है। जबकि भारतीय रेलवे के पास इस तरह की क्षमता नहीं है। जब एलफिंस्टन रोड, करी रोड और आंबिवली इन तीनों पुलों का काम हो जाएगा तब भारतीय रेलवे के सभी 17 जोनों के अधिकारी आकर इन कामों को देखेंगे की यह काम कैसे किया गया है। 

उन्होंने कहा कि करी रोड़ स्टेशन के पास पादचारी पुल बनाने में कु छ तकनीकी कमियां है जिसके कारण यहां पादचारी पुल बनाने में देरी हो रही है। जल्द ही इसे निपटा लिया जाएगा। रेल मंत्री ने कहा कि करी रोड स्टेशन के पश्मिच की तरफ जहां पर पादचारी पुल का निकासी का मार्ग बनाना है वहां कुछ जमीन को लेकर समस्या है। एक जमीन क किसी निजी पार्टी का है। जिसे वह देने से मना कर रहे हैं। इसके लिए मनपा आयुक्त से चर्चा की गई और जमीन को कब्जे में लेनेे की प्रकिया शुरू है।रेल मंत्री एलफिंस्टन स्टेशन और करी रोड स्टेशन का दौरा करने के बाद लोकल टे्रन से सीएसएमटी स्टेशन पर आए। और इस दौरान उन्होंने यात्रियों से भी बात चीत की। (हि.स.)।

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