राफेल मामला, जनता और सरकार से मांफी मांगे राहुल गांधी,
केशव भूमि नेटवर्क (संजय सिंह ) 24 दिसम्बर : मुंबई से सटेपालघर जिला के पालघर में एक पत्रकार परिषद में BJP के प्रवक्ता माधव भंडारी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी का झूठ पकड़ा जा चुका है , और राफेल को लेकर राहुल गांधी और उनके नेता यह लोग जो हल्ला गुल्ला मचा रहे है उसे लेकर सरकार और जनता से मांफी मांगे।
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद भी राहुल गांधी का हमला जारी …
बता दे की सुप्रीम कोर्ट ने पिछले दिनों राफेल मामले में अपना फैसला सुनाते हुए उन सारी याचिकाओं को खारिज कर दिया था, जिनमें इस सौदे की जांच कराने की मांग की गई थी। सुप्रीम कोर्ट ने राफेल विमानों की कीमत के बारे में जो फैसला सुनाया है उसका आधार सुप्रीम कोर्ट के फैसले में यह दिया गया है कि चूंकि विमानों की कीमत सीएजी यानी महालेखा नियंत्रक के पास हैं और सीएजी ने कीमत की रिपोर्ट संसद की लोकलेखा समिति यानी पीएसी को सौंपी है।
लेकिन राफेल मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के नेता जिस प्रकार सवाल उठाया जा रहा कि सीएजी ने तो राफेल की कीमतों के लेकर कोई रिपोर्ट पीएसी को दी ही नहीं है, तो मोदी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में आखिर ऐसा क्यों कहा? सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद राहुल गांधी ने सरकार पर जिस तरह हमला बोला है,उससे यह प्रतीत होता है कि कहीं न कहीं राफेल मामले में कुछ गड़बड़ है। क्या यही वजह है कि सरकार इस मामले में हड़बडाई हुई है और जेपीसी से जांच कराने से भाग रही है?
राफेल मामले से घबराई बीजेपी , घुम-घुमकर दे रही हैं सफाई…..
एक तरफ जहां कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस के नेताओ द्वारा जगह जगह धरने आंदोलन करके जिस प्रकार बीजेपी सरकार पर चारो तरफ से राफेल मामले पर तरह तरह के सवाल उठाकर हमले किये जारहे है। उसे देखते हुए वही दूसरी तरफ BJP काफी घबराई हुई नजर आरही है जिसके कारण BJP नेता अब गाँव गाँव तहसील तहसील घूम घूम कर जगह जगह पत्रकार परिषद लेकर सफाई देते फिर रहे है।
पालघर में एक पत्रकार परिषद लेकर BJP के प्रवक्ता माधव भंडारी ने राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी का झूठ पकड़ा जा चुका है , और राफेल को लेकर यह लोग जो हल्ला गुल्ला मचा रहे है उसे लेकर सरकार और जनता से मांफी मांगे।
वही जब पत्रकरो ने पूछा की राहुल गांधी कोर्ट का अपमान कर रहे हैं तो इसे लेकर BJP को सुप्रीमकोर्ट जाना चाहिए ? तो उनका जबाब था कि जनता के अदालत में जाना यह पहला कर्तव्य बनता है . राजनीतिक दल का जैसे सही समय पर सर्वोच्च न्यायालय में जाने की जरूरत पड़ी तो हम वो भी करेंगे .यह बोफर्स से जुड़ा हुआ मुद्दा है, राहुल गांधी का प्राथमिक मकसद है कि आप लोगो ने बोफर्स मामले में मेरे पिताजी को सत्ता से नीचे खींचा था , अब तुम्हे मैं राफेल मामले में नीचे खींचूगा यह उनकी प्रथमिक मानसिकता है।
बोफर्स मामले में बहुत सारे कागजात बहुत सारे डॉक्यूमेंट बार-बार सामने आये ,जो संयुक्त संसदीय समिति उस समय गठित की गई थी , जिसके प्रमुख कांग्रेस के ही सांसद थे . उस समिति ने भी मान लिया है कि इस मामले में किसी अनजाने व्यक्ति को वाइंडिंग चार्जेस के नाम पर बे हिसाबी पैसा दिया गया था।राफेल के मामले में आज की तारीख तक एक भी कागज किसी ने नही दिया है राफेल के मामले में एक भी ठोस मुद्दा किसी ने सामने नही लाया है। केवल कीचड़ उछालने का काम चल रहा है। यह किसका उनके पिता के साथ जो हुआ था उसका बदला लेने के लिए प्राथमिक भावना से हो रहा है।
अभी कुछ राज्यो में हुए चुनाव में राफेल मुद्दे को लेकर माधव भंडारी का कहना है कि चुनाव में स्थानिक मुद्दों के साथ राष्ट्रिय मुद्दे भी रहते है ,पिछले चुनाव को हम देखते है लेकिन आने वाले चुनाव 2019 में विकास का मुद्दा रहेगा ,और आने वाला चुनाव हम विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे..राहुल गांधी जो बोल रहे है उससे लगता है कि राहुल गांधी सर्वोच न्यायालय को मानते नही है। सुप्रीम कोर्ट ने जो कागजात मांगे थे सारे कागजात ,डॉक्यूमेंट सभी सर्वोच न्यायालय को पेश किए गए है । उसके बाद सर्वोच न्यायालय ने फैसला सुनाया है उसके बाद भी जो चल रहा है वह सर्वोच न्यायालय की अपमान करने की भूमिका है।
राफेल को लेकर राहुल गांधी और बीजेपी जनता की अदालत में….
हालांकि की जिस प्रकार राफेल मामले को लेकर राहुल गांधी और बीजेपी जगह जगह जाकर अपनी अपनी बाते रख रहे है उसे देखते हुए लगता है की यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट की जगह जनता की अदालत में पहुँच गया है. अब 2019 के चुनाव में देश की जनता क्या फैसला सुनती है यह देखने वाली बात होगी .
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