राज्यसभा में नौकरी के नाम पर करोड़ों की ठगी, पांच गिरफ्तार
नई दिल्ली, 02 मई (हि.स.)। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बेरोजगार लोगों को राज्यसभा में नौकरी दिलाने का झांसा देकर करोड़ों रुपये ठगने वाले पांच बदमाशों को रविवार को राजौरी गार्डन से गिरफ्तार किया है। गिरोह ने राजस्थान व यूपी के 50 से अधिक युवाओं को ठगी की है। जोधपुर निवासी जुंजार सिंह ने 19 अप्रैल को क्राइम ब्रांच को शिकायत दी।
पीड़ित ने शिकायत में बताया कि वर्ष 2015 में उसकी मुलाकात लादू सिंह और ईश्वर सिंह से हुई। दोनों ने बताया कि उनका परिचित राज्यसभा में नौकरी लगवा सकता है। उन्होंने उसे पश्चिम विहार में कृष्ण यादव नामक युवक से मिलवाया, जिसने केंद्र के एक राज्यमंत्री से अपने पक्के रिश्ते होने का दावा किया।
कृष्ण ने राज्यसभा में चार लोगों की नौकरी लगवाने का दावा किया। इस पर जुंजार ने राजस्थान निवासी दोस्त नरेन्द्र, विनय, बलिदान सिंह और अपनी नौकरी लगवाने के लिए कृष्ण को 24 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद कृष्ण गायब हो गया। इसके पहले राजकुमार सहित अन्य आरोपियों ने नौकरी लगवाने का झांसा देकर एक सांसद की कोठी के पिछले गेट पर जुंजार सिंह से पांच लाख रुपये और ले लिए।
कुछ माह बाद जुंजार को नॉर्थ एवेन्यू स्थित एक सांसद के यहां नौकरी पर रखा गया। उसे तीन माह तक 34 हजार वेतन भी दिया गया। इसके बाद उसे नौकरी के लिए कुछ अन्य युवकों को लाने के लिए कहा गया। जुंजार ने उनकी बातों में आकर सात अन्य युवकों से नौकरी के नाम पर आरोपियों को 24 लाख रुपये दिलवा दिए, लेकिन किसी की नौकरी नहीं लगी।
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार आरोपी नाम बदलकर लोगों से ठगी करते थे। इस मामले में टीम ने सबसे पहले राजौरी गार्डन से सूर्यवीर सिंह को गिरफ्तार किया। उससे पूछताछ के बाद प्रेमजीत सिंह, शरद कुमार, दयालचंद व किशोर को गिरफ्तार किया। फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।