नई दिल्ली, 26 जनवरी= 68वें गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य पर राजपथ पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ थीम पर आधारित हरियाणा की झांकी आकर्षण का केंद्र रही। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गणतंत्र दिवस समारोह के मुख्य अतिथि अबुधाबी के प्रिंस शेख मोहम्मद बिन जाएद अल नाहयान की उपस्थिति में जब राजपथ से हरियाणा की झांकी गुजरी तो उपस्थित जनसमूह ने खड़े होकर करतल ध्वनि से स्वागत किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ’ अभियान को समर्पित हरियाणा की झांकी में राज्य के ग्रामीण जनजीवन व लोक संस्कृति की झलक तो नजर आई ही, साथ ही अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला, रियो ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक, पैरालंपिक पदक विजेता दीपा मलिक की उपलब्धियां भी नजर आईं। हरियाणा की इन बेटियों ने दुनिया भर में हर भारतवासी का मस्तक गर्व से ऊंचा किया है। मोदी ने देश में हरियाणा में पानीपत से 22 जनवरी, 2015 को बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का आह्वान किया था। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा के लोगों ने प्रधानमंत्री के आह्वान को चुनौती के रूप में स्वीकार करते हुए लिंगानुपात के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार किया। इसकी प्रशंसा स्वयं प्रधानमंत्री भी पिछले साल जनवरी में आकाशवाणी पर प्रसारित कार्यक्रम मन की बात में कर चुके हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में लिंगानुपात में सुधार के लिए चलाए गए जनजागरण के प्रयासों से हरियाणा में वर्ष 2016 के दौरान पैदा हुए बच्चों में लिंगानुपात की स्थिति प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की संख्या 900 रही। वर्ष 2001 की जनगणना के उपरांत यह सबसे अधिक है। आज हरियाणा में ऐसा कोई जिला नहीं जहां लिंगानुपात की स्थिति 850 से कम हो जबकि राज्य के 12 जिलों में लिंगानुपात 900 से अधिक है। लिंगानुपात की स्थिति में सुधार के लिए जनजागरण के साथ-साथ लिंग जांच व भ्रूण हत्या जैसे घिनौने कार्य में लिप्त लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी की गई।