राजधानी में अवैध ई-रिक्शों के खिलाफ धरपकड़ अभियान शुरू
लखनऊ, 08 मई (हि.स.)। राजधानी में बिना रजिस्ट्रेशन और बिना ड्राइविंग लाइसेंस के चल रहे ई-रिक्शों के खिलाफ सोमवार से धरपकड़ अभियान शुरू हो गया है। लखनऊ में तकरीबन पांच हजार से ज्यादा ई-रिक्शा बिना ड्राइविंग लाइसेंस चल रहे हैं।
परिवहन विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने सोमवार को बताया कि राजधानी में बिना ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन के चल रहे ई-रिक्शों के खिलाफ सोमवार से धरपकड़ अभियान शुरू हो गया है। लखनऊ में तकरीबन पांच हजार से ज्यादा ई-रिक्शा बिना ड्राइविंग लाइसेंस चल रहे हैं। उन्होंने बताया कि अभी राजधानी में कितने ई-रिक्शे चल सकते हैं, यह संख्या तय न होने से अवैध रूप से ई-रिक्शों की संख्या बढ़ती जा रही है। वैध रूप से इनकी संख्या अगर आठ हजार के पार है तो अवैध रूप से भी इतनी ही संख्या में ई-रिक्शे चल रहे हैं। इन्हीं वजहों से शहर के लगभग सभी चौराहों पर अवैध स्टैंड बन गए हैं। ये अवैध स्टैंड चौराहों पर ट्रैफिक ध्वस्त कर देते हैं और शहर में जाम की वजह भी बन रहे हैं।
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अधिकारी ने बताया कि इन्ही मुद्दों को लेकर टेम्पो-टैक्सी महासंघ के अध्यक्ष राजेश राज ने प्रमुख सचिव परिवहन, मंडलायुक्त और आरटीओ को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में कहा गया है कि राजधानी में ई-रिक्शा का जो संचालन हो रहा है वह कॉलोनी वासियों को सुविधा पहुंचाने के मकसद से भटक गया है। यही वजह है कि आज शहर में हजारों की संख्या में दौड़ रहे ई-रिक्शों पर किसी अफसर का कोई लगाम नहीं है।