यूपी में राहुल गांधी से दलित समाज हुआ नाराज .
राघवेन्द्र सिंह :=यूपी के बस्ती जिले में गुरुवार को राहुल गांधी दौरे पर आये थे जंहा उन्हों ने महापुरुषों के प्रतिमा को हार चढ़ा कर रोड शो की शुरुवात की वही राहुल की हरकत से दलित समाज नाराज होगया .
गुरुवार को बस्ती जिले में राहुल गांधी के रोडशो के कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जंहा राहुल गांधी ने रोड शो शुरू करने के पहले आचार्य रामचंद्र शुक्ल , लालबहादुर शास्त्री, को फूल माला अर्पित करते हुए मुख्य मार्ग से निकल कर रोडवेज तिराहा स्थित नेहरू की प्रतिमा के साथ सुभाष चन्द्र बोस महात्मा गांधी जी को भी फूल माला अर्पित किया .लेकिन इस दौरान राहुल गांधी ने अपना जूता निकालना उचित नहीं समझा और जूता पहन कर ही सभी महापुरुषों फूल माला अर्पित किया . रोड शो के दौरान जगह –जगह राहुल गांधी का लोगो ने जमकर स्वागत किया .वही इस दौरान उन्हों ने कप्तानगंज ,महराजगंज,व् हर्रैया में बस से ही उपस्तिथ लोगो को संबोधित किया . जिसके बाद राहुल गांधी ने खटिकहिया टोले में एक दलित जागेश्वर के घर खाना खाया भी खाया .
स्वतंत्रसेनानी रामरतन पाठक के परिजनों से भी की मुलाकात.
रोडशो के बाद राहुल गाँधी ने हर्रैया कसबे के उग्रसेन नगर के स्वतंत्रसेनानी रामरतन पाठक के परिजनों से मुलाकात करके उनके परिवार का कुशल मंगल जाना। स्वतंत्र सेनानी रामरतन पाठक भले ही आजादी के दीवानों में से एक थे मगर अब उनका परिवार काफी मुश्किलों के दौर से गुजर रहा है . वैसे तो पाठक के तीन पुत्रों थे जिसमे से दो पुत्र एक विभाग में फोर्थ क्लास कर्मचारी के रूप में काम कर रहे थे . और उनके एक पुत्र अजय ने एक चाय की दूकान खोली थी उन्हें लगा था इसके मध्यम से उनकी माली हालत सुधार जायेगी गी लेकिन यह चाय की दुकान नहीं चली और उनकी माली हालत दिन प्रति दिन और ख़राब होते गयी माली हालत अधिक ख़राब होने के कारण उन्होंने तनाव में आकर आत्महत्या कर लिया । इस परिवार से पंद्रह मिनट के दौरान राहुल ने परिवार की माली हालत और जमींन जायदाद के भी बारे में पुछा ताछ की इसी बीच राहुल ने परिवार की एक कृष्णावती नामक महिला से राहुल बाबा ने चाय बनाने के लिए बोला लेकिन यह महिला उन्हें चाय नहीं पिला पायी क्यू की उसे डर था की कही वह चाय बनाने के लिए गयी और राहुल बाबा चले गए तो .राहुल गांधी के इस दौरे के बाद इस परिवार को आस जगी है कि उनका अब जरूर कल्याण होगा जो देखने वाली बात होगी .
राहुल गांधी से दलित समाज हुआ नाराज.
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल ने इस यात्रा के दौरान भले ही कई महापुरूषो की प्रतिमाओ पर पुष्प चढ़ाया और दलितों के घर चाय पानी पिया और खाना खाया लेकिन राहुल गांधी के सभी अरमानो पर उस समय पानी फिर गया जब वह बस्ती में कटरा पानी टंकी के पास स्तिथ समाज सुधारक संत गाडगे की प्रतिमा पर बिना फुल माला चढ़ाये ही चले गए . क्यू की संत गाडगे की प्रतिमा के पास कन्नौजिया समाज और दलित समाज के लोग बड़ी संख्या में इकठ्ठा थे उन्हें लगा था की राहुल बाबा संत गाडगे की प्रतिमा पर पुष्प हार चढाने के लिए जरुर आयेगे लेकिन इस प्रतिमा को वह बिना पुष्प हार वहा से चले गए संत गाडगे के प्रतिमा के पास इकठ्ठा लोग उन्हें आवाज देते रहे पर अनसुना करते हुए उनका काफिला आगे बढा गया.जिसके कारण कन्नौजिया समाज और दलितों में निराशा फ़ैल गयी .