यूपी उपचुनाव में भाजपा की हुई करारी हार, लोकसभा की दोनों सीटों पर सपा का कब्जा
लखनऊ, 14 मार्च : उत्तर प्रदेश में लोकसभा की दोनों महत्वपूर्ण सीटों-गोरखपुर और फूलपुर के लिए हुए उपचुनाव में सत्तारुढ़ भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा है। प्रदेश की मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) ने बसपा के सहयोग से दोनों सीटों पर कब्जा कर लिया।
भाजपा की इस पराजय से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की प्रतिष्ठा को बड़ा धक्का लगा है। दरअसल योगी और केशव के इस्तीफे के बाद खाली हुई गोरखपुर और फूलपुर की सीटों के लिए यह उपचुनाव सम्पन्न हुआ है।
फूलपुर में सपा ने 32वें चक्र की मतगणना के बाद 59,613 मतों से जीत दर्ज की। लोकसभा क्षेत्र की पांचों विधानसभाओं में 32वें चक्र तक सभी 729991 मतों की गिनती होने पर सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल को 3,42,796 व भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र पटेल को 2,83,183 मत मिले। वहीं निर्दल उम्मीदवार अतीक अहमद 48087 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे। कांग्रेस प्रत्याशी मनीष मिश्र को 19334 मत मिले हैं। उधर, गोरखपुर में सपा के प्रवीण निषाद ने इस महत्वपूर्ण सीट को करीब 26 हजार मतों के अंतर से जीती है। हालांकि, दोनों सीटों के नतीजों की आधिकारिक घोषणा अभी तक नहीं हुई है।
दोनों संसदीय सीटों के लिए मतगणना का कार्य बुधवार को सुबह आठ बजे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरु हुआ। फूलपुर में तो मतगणना के पहले चक्र से ही सपा प्रत्याशी नागेंद्र सिंह पटेल ने बढ़त बना ली थी और उनकी बढ़त का यह क्रम लगातार जारी रहा। भाजपा प्रत्याशी कौशलेंद्र पटेल वहां प्रारम्भ से ही दूसरे स्थान पर रहे, जबकि निर्दलीय उम्मीदवार अतीक अहमद और कांग्रेस के मनीष मिश्र क्रमशः तीसरे एवं चैथे स्थान के लिए जूझते नजर आये।
फूलपुर में 18वें राउण्ड की मतगणना के बाद ही सपाई अपनी जीत पक्की मानकर शहर के प्रमुख सुभाष चैराहे पर जश्न मनाने लगे थे। अठारहवें राउण्ड तक कुल 428135 मतों की गिनती हो चुकी थी, जिसमें सपा 30189 मतों से आगे रही। इस चक्र की मतगणना में फूलपुर संसदीय क्षेत्र के फाफामऊ विधानसभा में भाजपा और सपा को क्रमशः 2215 व 2533, सोरांव में 2609 व 2778, फूलपुर में 1915 व 3467, शहर पश्चिमी में 2060 व 669 तथा शहर उत्तरी विधानसभा क्षेत्र में 1378 व 744 मत मिले। इस प्रकार अठारहवें राउण्ड की मतगणना तक सपा को कुल 201205 एवं भाजपा को 171016 मत मिले। वहीं निर्दल प्रत्याशी अतीक अहमद को 24933 एवं कांग्रेस के मनीष मिश्र को 9586 मत मिले।
उधर, गोरखपुर में प्रथम दो चक्रों में भाजपा प्रत्याशी उपेंद्र दत्त शुक्ल आगे चल रहे थे, लेकिन तीसरे राउण्ड की मतगणना के बाद सपा के प्रवीण निषाद ने 1537 मतों से बढ़त बना ली, जो लगातार बढ़ती रही। पांचवे चक्र की मतगणना के बाद सपा प्रत्याशी प्रवीण निषाद को 3707 मतों की बढ़त मिल गयी थी। जिलाधिकारी राजीव रौतेला के अनुसार पांचवें राउंड की मतगणना तक कुल एक लाख 51 हजार 547 मतों की गणना हो चुकी थी। उस समय तक कि मतगणना में भाजपा को 70 हजार 370 और सपा को 74 हजार 077 मत मिले थे।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद खाली हुई गोरखपुर और फूलपुर सीटों के लिए ये उपचुनाव हुए। 11 मार्च को दोनों संसदीय क्षेत्रों में मतदान हुआ था। मतगणना आज सुबह आठ बजे से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरु हुई। गोरखपुर सीट के लिए कुल 10 प्रत्याशी मैदान में थे, जबकि फूलपुर में 22 उम्मीदवारों ने पर्चा भरा था।
फूलपुर सीट भाजपा के लिए कभी बहुत अनुकूल नहीं रही। आजादी के बाद पहली बार वर्ष 2014 में मोदी लहर के चलते भाजपा प्रत्याशी के रुप में केशव प्रसाद मौर्य ने फूलपुर में जीत दर्ज की थी। आजादी के बाद वर्ष 1971 तक फूलपुर पर कांग्रेस का कब्जा रहा। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने फूलपुर से हैट्रिक लगाई थी। बाद में राम पूजन पटेल ने भी इस सीट से लगातार तीन बार जीत दर्ज की। हालांकि, धीरे-धीरे इस सीट पर समाजवादियों ने वर्चस्व कायम कर लिया। पहले जनता पार्टी फिर समाजवादी पार्टी ने इस सीट से संसद तक का सफर तय किया। वर्ष 2004 में यहां से बाहुबली अतीक अहमद भी सपा के टिकट पर चुनाव जीते थे। बसपा भी फूलपुर से एक बार 2009 में चुनाव जीत चुकी है।
हालांकि, गोरखपुर सीट भाजपा की परंपरागत सीट मानी जाती रही है। इस सीट पर गोरक्ष पीठ का वर्ष 1989 से लगातार कब्जा रहा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गुरु ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ इस सीट से 1989, 91 व 96 में प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। इसके बाद वर्ष 1998 से योगी आदित्यनाथ यहां से लगातार सांसद चुने जाते रहे हैं। महंत अवैद्यनाथ के गुरु महंत दिग्विजय नाथ भी यहां से सांसद रह चुके हैं। (हि.स.)।