मेवाणी व खालिद पर पुणे में आपराधिक मामला दर्ज
मुंबई, 04 जनवरी (हि.स.)। पुणे जिले के शनिवारवाडा में विवादित भाषण देने वाले गुजरात के दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और दिल्ली के जेएनयू के विद्यार्थी नेता उमर खालिद के विरोध में विश्रामबाग पुलिस थाने में आपराधिक मामला दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि भीमा-कोरेगांव प्रकरण के पहले ही पुणे के शनिवारवाडा में एक सभा हुई थी, उस सभा को संबोधित करते हुए दलित नेता जिग्नेश मेवाणी ने कहा था कि जाति के अंत पर संसद में कुछ होना नहीं है, सड़क पर उतरकर ही नई क्रांति होगी। यह लड़ाई नई पेशवाई को समाप्त करेगी। इसलिए जाति-धर्म, पार्टी, विचारधारा और गट-तट को भूलकर एकत्रित आकर संघर्ष करो।
तभी 2019 के चुनाव में नरेंद्र मोदी को घर बैठाया जा सकता है। भीमा-कोरेगांव क्रांति स्तंभ को दो सौ वर्ष पूरे होने के निमित्त पुणे के शनिवारवाडा में एलगार परिषद का आयोजन किया गया था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आरएसएस पर जमकर हमला बोला गया। मेवाणी ने भाषण के शुरुआत में पुणे के हिन्दुत्ववादी संगठन पर जमकर टिप्पणी की। यह एलगार परिषद नहीं हो, इसके लिए कुछेक संगठनों द्वारा डर का माहौल पैदा किया जा रहा था। मैं मोदी और शाह से डरा नहीं। मैं तो 56 इंच के सीने को फाड़कर आया हूं। मेवाणी के इस विवादित भाषण के विरोध में विश्रामबाग पुलिस थाने में 153 (अ), 505 और 117 के तहत मामला दर्ज किया गया है।