मेरठ: मतदाताओं की उदासीनता ने बढ़ाई प्रत्याशियों की बेचैनी, दो बजे तक 37 प्रतिशत पोलिंग
मेरठ, 22 नवम्बर (हि.स.)। बुधवार को मतदान के दिन दोपहर तक बनी रही वोटरों की उदासीनता इस बार नगर निगम चुनाव के समीकरण बदल सकती है। दोपहर दो बजे तक मात्र 37 फीसदी पोलिंग होने से प्रत्याशियों में बेचैनी का माहौल है।
जिला प्रशासन के अनुसार बुधवार की दोपहर दो बजे तक शहर के सभी मतदान केन्द्रों पर मात्र 37 प्रतिशत वोटिंग हुई। पूरे शहर में कई बूथों पर वोटिंग मशीनें बार-बार खराब होने के कारण भी मतदान कार्य काफी प्रभावित हुआ। शहर के मुस्लिम इलाकों में बार-बार ईवीएम खराब हो जाने के कारण कई स्थानों पर रूक-रूक कर हंगामा होता रहा। वार्ड 88 के बूथ नंबर 973 पर ईवीएम में कोई भी बटन दबाने पर वोट भाजपा के पक्ष में जाने पर लोगों ने हंगामा खड़ा कर दिया। इसके बाद सिटी मजिस्ट्रेट खुद मौके पर पहुंचे और मशीन की जांच कराते हुए अपने सामने बदलवाया।
ईवीएम के बार-बार खराब होने के कारण लोगों में आक्रोश देखने को मिला। दोपहर तक हुए मतदान के प्रतिशत ने महापौर ही नहीं बल्कि पार्षद प्रत्याशियों तक को हलकान रखा। सभी राजनीतिक दलों के नेताओं ने अपने कार्यकर्ताओं को वोटरों को बूथ तक लाने की जिम्मेदारी सौंपी। खासकर भाजपा के निकाय चुनाव प्रभारी विजय बहादुर पाठक ने पार्टी के सभी सिपहसालारों को वोटरों तक घरों से निकालकर वोट डलवाने की हिदायत दी।