मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स का हब बनेगा नोएडा: रविशंकर प्रसाद
लखनऊ, 22 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा है कि नोएडा मेडिकल इलेक्ट्रॉनिक्स का हब बनेगा। चेकअप के सामान व मशीनें जैसे आला, थर्मामीटर, एमआरआई की मशीनें, रेडियोलोजी के सामान उत्तर प्रदेश में बनेंगे। अभी तक यह सारे सामान विदेश में बनते थे। वह गुरुवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित इन्वेस्टर्स समिट को संबोधित कर रहे थे।
रविशंकर प्रसाद ने बताया कि आज देश के 172 अस्पताल ई-हॉस्पिटल हो चुके हैं। उत्तर प्रदेश के 21 अस्पताल एवं 5 मेडिकल कॉलेज आई हॉस्पिटल के रूप में काम कर रहे हैं। इससे दूरदराज वह ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले मरीजों को काफी लाभ मिल रहा है। उन्होंने कहा कि यूपी में डिजिटल की अपार संभावनाएं हैं। आज 130 करोड़ पर हिंदुस्तान में 121 करोड़ मोबाइल फ़ोन, इनमें से 45 करोड़ स्मार्टफोन हैं। भारत में 120 करोड़ आधार कार्ड धारकों के पास 50 करोड़ इंटरनेट कनेक्शन हैं। यह भारत की डिजिटल शक्ति है।
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि मोदी के प्रधानमंत्री बनने के समय देश में केवल दो मोबाइल फैक्ट्री थी। वर्तमान में भारत में 128 मोबाइल निर्माता कंपनियां काम कर रही हैं, इनमें से 54 मोबाइल फैक्टरी नोएडा में हैं। 2020 तक देश में खपत होने वाली 96 प्रतिशत तक मोबाइल फोन भारत में बनेंगे। ताइवान की एक कंपनी मोबाइल निर्माण के क्षेत्र में 7000 करोड़ का निवेश नोएडा में करने जा रही है, इसमें 45000 लोगों को रोजगार मिलेगा। नोएडा में एयरपोर्ट भी बन रहा है।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ग्रेटर नोएडा को सिंगापुर की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। भारत सरकार सहयोग के लिए पूरी तरह से तैयार है। नोएडा का विकास होने से मेरठ-आगरा का विकास होगा। इससे डिजिटल इकोनॉमी का भी बड़ा सेंटर नोएडा बनेगा। कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा भी मौजूद रहे।