मुंबई शहर के 40% लोग उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेसर) से खतरे में .
मुंबई, 22 मई, 2017: अमेरिकेयर्स इंडिया फाउंडेशन के सहयोग से ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा 15 मई, से लेकर 19 मई, के बीच करीब एक हफ्ते तक मुंबई के 13 नगर निगम वार्डों के 70 स्थानों पर उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेसर) को लेकर चलाये गए जन जागरूकता अभियान के तहत करीब 8 ,000 व्यक्तियों को उच्च रक्तचाप की जानकारी दी गई, और इस पहल का लोगों ने भरपूर स्वागत भी किया।
इस अद्वितीय ‘120/80’ अभियान के उद्देश्य को समझाते हुए, श्री सुजेश वासुदेवन, ग्लेनमार्क फार्मास्यूटिकल्स के इंडिया फॉर्म्यूलेशन और अफ्रीका क्षेत्र के अध्यक्ष एवं प्रमुख, ने कहा, “उच्च रक्तचाप पूरे विश्व के स्वास्थ्य के लिए एक चुनौती है, जो हृदय संबंधी रोगों से होने वाली मौतों का सबसे बड़ा कारण है। यह स्ट्रोक के कारण होने वाली मौतों और भारत में हृदय के कोरोनरी रोगों से होने वाली मौतों के लिए जिम्मेदार है। यह तथ्य बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि उच्च रक्तचाप पर नियंत्रण पाया जा सकता है और नियमित तौर पर निगरानी एवं जीवनशैली में बदलाव लाकर हम इस प्रकार की मौतों को कम कर सकते हैं। इस अभियान का उद्देश्य सुविधाओं से वंचित इलाकों में रहने वाले अनजान एवं अशिक्षित नागरिकों के बीच जागरूकता फैलाना तथा परामर्श एवं उपचार के माध्यम से उच्च रक्तचाप के अब तक नहीं पहचाने गए मामलों की पहचान करना है।”
प्रतिदिन 1,600 व्यक्तियों से परामर्श किया गया और उच्च जोखिम वाली आबादी का कार्यक्रम स्थल पर परीक्षण किया गया, जिसमें उन लोगों को प्राथमिकता दी गई थी जिन्होंने इससे पहले कभी रक्तचाप का परीक्षण नहीं कराया था। कुल 3,500 व्यक्तियों के रक्तचाप की जांच की गई जिसमें लगभग 40% लोग 35 वर्ष की आयु श्रेणी के थे। इनमें से ज्यादातर लोगों में पूर्व-उच्च रक्तचाप के लक्षण पाए गए और उन्हें उच्च जोखिम श्रेणी के अंतर्गत रखा गया। इसकी रोकथाम के उपाय
के तौर पर लोगों को नमक का सेवन कम करने, अपनी जीवनशैली में बदलाव लाने, खान-पान की आदतों को बदलने, औसत और नियमित व्यायाम करने, तेल और तैलीय भोजन को कम करने तथा नियमित रूप से जांच कराने की आवश्यकता है।
उच्च रक्तचाप की रोकथाम के महत्व पर प्रकाश डालते हुए श्री श्रीपाद देसाई, एमडी एवं एएमपी; कंट्री हेड, अमेरिकेयर्स ने कहा, “अनियंत्रित उच्च रक्तचाप से धमनियों, दिल और अन्य अंगों को नुकसान पहुंचता है। लंबे समय तक अनियंत्रित उच्च रक्तचाप में जानलेवा समस्याएं पैदा करने की क्षमता होती है। यह समस्या शहर में कम सुविधाओं के बीच रहने वाले लोगों के लिए विशेष रूप से गंभीर है, क्योंकि इन इलाकों में उच्च रक्तचाप के गंभीर लक्षण दिखने के बावजूद बड़ी संख्या में लोगों को उपचार नहीं मिल पाता है।”
बेहद कम आय, नौकरी के प्रति असुरक्षा की भावना और रहन-सहन के घटिया स्तर के कारण सुविधाओं से वंचित इलाकों में रहने वाले लोगों के बीच जागरूकता की कमी है और वे इस बारे में ज्यादा नहीं जानते हैं। बड़ी संख्या में लोगों को उच्च रक्तचाप के बारे में जानकारी नहीं है, जबकि जिन्हें इसकी जानकारी है वे भी इसके उपचार और जीवनशैली में बदलाव के प्रति सजग नहीं हैं, जिससे जटिलताएं और बढ़ जाती हैं।
40% लोग उच्च रक्तचाप (ब्लड प्रेसर) से खतरे में
@#- डेटा से पता चलता है कि शहर के 40% लोग उच्च रक्तचाप के कारण अधिक जोखिम में है. साथ ही डेटा से यह प्रकट होता है कि, शहर में रहने वाले सुविधाहीन आबादी का हर छठा व्यक्ति उच्च रक्तचाप से पीड़ित हो सकता है.
@#- इस अध्ययन में मुंबई के 13 नगर निगम वार्डों के 70 स्थानों पर रहने वाले 1,500 परिवारों के 8,000 से अधिक व्यक्तियों को चिकित्सा क्लीनिक के अलावा घर-घर जाकर और जन जागरूकता अभियान के माध्यम से इसकी जानकारी दी गई.
@#- इस अभियान में डॉक्टरों, चिकित्सा कर्मचारियों तथा स्वयंसेवकों की 48 सदस्य टीम ने साथ मिलकर काम किया.
@#- लगभग 40% व्यक्तियों में पूर्व-उच्चरक्तचाप के लक्षण देखे गए, जिन्हें उच्च जोखिम श्रेणी के तहत रखा गया और महसूस किया गया कि उनकी जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है