मुंबई – अहमदाबाद NH8 राष्ट्रिय महामार्ग बना मौत का महामार्ग .
IRB कर रही है लोगो के जान के साथ खिलवाड़ .
अभी तक हजारो लोग गवा चुके है अपनी जान
पालघर : मुंबई से अहमदाबाद NH8 राष्ट्रिय महामार्ग पर चलने वाले गाड़ी चालको और यात्रियों के जान के साथ IRB कर रही है खिलवाड़ . वही हायवे पर यात्रियों की सुरक्षा ना के बराबर है .
मुंबई से अहमदाबाद NH8 राष्ट्रिय महामार्ग पर प्रतिदिन लाखो लोग मुंबई से अहमदाबाद या अहमदाबाद से मुंबई व आस पास के क्षेत्र के लोग यात्रा करते है . जिसके एवज में हायवे पर बने जगह-जगह टोल नाको पर इन गाड़ी चालको से टैक्स वसूला जाता है . जिसकी जबाबदारी IRB के पास है .साथ ही सरकार ने इस कम्पनी को गाडी चालको व गाड़ी में यात्रा करने वाले लोगो की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी दी है .लेकिन IRB लोगो की सुरक्षा करने के बजाय लोगो के जान के साथ खिलवाड़ कर रही है . अगर कोई ट्रक ,टैम्पो , बस ,जीप व अन्य कोई गाड़ी किसी प्रोब्लम के कारण बीच सड़क में बंद पड़ जाए तो उस गाडी को क्रेन मंगा कर किनारे करने में कई घंटो का समय लग जाता है .
इन गाडियों को हटाने के लिए जो क्रेन IRB के अधिकारियो ने रखा है वह क्रेन भी जुगाड़ से बना है जिस क्रेन को खुद क्रेन की जरुरत है . क्योंकि यह क्रेन कम पैसो में उपलब्ध हो जाते है . अगर कोई गाडी में अचानक आग लग जाती है तो उस आग को बुझाने के लिए कोई सही साधन नहीं है . अगर हायवे पर कोई एक्सीडेंट होता है तो IRB की एम्बुलेंस समय पर नहीं पहुचती है . और आती भी है तो वह एम्बुलेंस पास के किसी अस्पताल तक ही घायलों को छोडती है अगर उसमे कोई गंभीर घायल है या वह जिन्दगी और मौत के बिच झूल रहा है ,तो उस घायल को मुंबई व अन्य दुसरे जगहों पर बने अस्पताल में ले जाने से यह एम्बुलेंस चालक माना कर देते है की हमें वहा तक ले जाने का परमिशन नहीं है . जिसके कारण कई बार घायलों को अपनी जान भी गवानी पड़ी है . इस हायवे की कई जगह रचना भी गलत है जिसके कारण कुछ जगहों पर बार-बार एक्सीडेंट होते आ रहे है और बड़ी संख्या में लोगो को अपनी जान गवानी पड़ी है . लेकिन इन सभी चीजो से अनजान IRB अधिकारी केवल टोल नाको पर टैक्स वसूली में मस्त रहते है .