महाराष्ट्र: सरकार टीचरो का लेगी एग्जाम, पास होंगे स्कूल
मुंबई. बीएमसी स्कूलों को महाराष्ट्र इंटरनैशनल एजुकेशन बोर्ड (एमआईईबी) का दर्जा देने के लिए राज्य सरकार ने एक परीक्षा रखी है. इसमें टीचर्स का पास होना बेहद जरूरी है. जिन स्कूलों के टीचर्स इस परीक्षा में फेल हो गए, उन्हें एमआईईबी से वंचित रखा जाएगा. बीएमसी शिक्षा विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, स्कूलों को एमआईईबी का दर्जा दिलाने के लिए सरकार के तरफ से तैयारियां शुरू कर दी गई है.
इसके तहत टीचर्स को परीक्षा पास करने में मदद के लिए उन्हें इंटरनैशनल बोर्ड के सिलेबस के अनुसार ट्रेनिंग दी जा रही है. शैक्षणिक वर्ष 2018-19 में राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के 13 स्कूलों को एमआईईबी की मान्यता दी थी. अब , वहीं आने वाले समय में 100 स्कूलों को इस बोर्ड के अंतर्गत लाने की योजना है. 2018-19 में जिन स्कूलों को एमआईईबी का दर्जा दिया गया, वे सभी जिला परिषद के स्कूल थे. अगले शैक्षणिक वर्ष के लिए महानगर पालिका के स्कूलों को भी इसमें शामिल किया गया है.
क्या है एमआईईबी
एमआईईबी एक स्वायत्त संस्था होगी और इसके अस्तित्व में आने के बाद राज्य में दो एजुकेशन बोर्ड होंगे. एमआईईबी के अंतर्गत जिन स्कूलों को सिलेक्ट किया जाएगा, उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानकों पर खरा उतरना होगा. इस बारे में महाराष्ट्र के एजुकेशन मिनिस्टर विनोद तावड़े ने कहा कि पहले फेज में हम 100 स्कूलों को चुनेंगे. ये सभी मौजूदा सरकारी स्कूल ही होंगे, जिन्हें एमआईईबी की मान्यता दी जाएगी. जल्द ही इस बोर्ड का करिकुलम और पाठ्यक्रम तय करने संबंधी काम भी निपटा लिया जाएगा. शुरुआती प्लान के मुताबिक, शॉर्टलिस्ट किए गए 100 स्कूलों में से 10 स्कूल मॉडल स्कूल के नाम से जाने जाएंगे. हर मॉडल स्कूल अन्य 9 स्कूलों को भी इंटरनैशनल स्कूल बनने के लिए तैयारी करवाएगा. ये मॉडल स्कूल ‘ओजस’ के नाम से जाने जाएंगे और अन्य 90 स्कूल ‘तेजस’ के नाम से जाने जाएंगे.
25 स्कूलों ने किया आवदेन
स्कूलों को मान्यता देने के लिए सरकार ने दिशानिर्देश जारी किए हैं. इनमें स्कूलों के लिए पंजीकरण कराने से लेकर परीक्षा पास करने तक का उल्लेख है. बीएमसी के शिक्षण अधिकारी महेश पालकर ने कहा कि सरकार मुंबई में 3-4 स्कूलों को एमआईईबी का दर्जा देगी. इसके लिए अब तक हमारे पास 25 स्कूलों के आवेदन आए हैं. ये सभी आवेदन बीएमसी स्कूलों से हैं, लेकिन प्राइवेट स्कूल भी 10 दिसंबर तक इंटरनैशनल बोर्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं. मान्यता देने से पहले स्कूल के शिक्षकों को प्रोग्राम फॉर इंटरनैशनल स्टूडेंट्स असेसमेंट (पीसा) परीक्षा देनी होगी. उन्हीं स्कूलों को एमआईईबी की मान्यता मिलेगी, जिनके टीचर्स पीसा टेस्ट पास कर लेंगे.
गणित, विज्ञान, अंग्रेजी पर जोर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पीसा के सिलेबस में मुख्य रूप से गणित, विज्ञान और अंग्रेजी पर जोर दिया गया है. शिक्षकों की तैयारी भी उसी के अनुसार कराई जा रही है. पालकर ने कहा कि बीएमसी स्कूलों के शिक्षक पीसा के सिलेबस से परिचित नहीं हैं, इसलिए हम उनकी तैयारी के लिए कुछ निजी संस्थानों की भी मदद ले रहे हैं.