महाराष्ट्र में 8 दिन पूर्ण लॉकडाउन ! सर्वदलीय बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिए संकेत || सोमवार को लिया जा सकता है निर्णय || भाजपा ने किया विरोध
मुंबई. मुंबई सहित पूरे राज्य में 8 दिन के लिए संपूर्ण लॉकडाउन लागू हो सकता है. इस तरह का संकेत मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दिया है. राज्य में तेजी से बढ़ रहे कोरोना मामलों को लेकर शनिवार को शाम सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी थी. जिसमें मुख्यमंत्री कहा कि कठोर निर्णय लिए जाने की जरुरत है. हालांकि भाजपा ने संपूर्ण लॉकडाउन का विरोध किया है.
मुख्यमंत्री ने कहा है कि कोरोना का चेन तोड़ने एवं मरीजों की संख्या कम करने के लिए राज्य में लॉकडाउन एकमात्र पर्याय है. राज्य में शनिवार एवं रविवार को पहले से ही लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि पूर्ण लॉकडाउन के संदर्भ में दो दिनों में निर्णय लिया जायेगा.
वही एक बार फिर पूरे महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमण के बढ़ रहे मामलों को लेकर मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र के सर्वदलीय नेताओं के साथ एक बैठक की. वीडियो कांफ्रेसिंग के जरिये हुई. बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल , राज्य के मुख्य सचिव सीताताराम कुंटे ,कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले सहित अनेक लोग नेता मौजूद थे. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र के हालात ठीक नहीं हैं. यहां फिर से लॉकडाउन के अलावा अभी कोई विकल्प नजर नहीं आ रहा है.
उन्होंने आशंका व्यक्त करते हुए कहा कि 15 से 20 अप्रैल के बीच परिस्थिति काफी खराब हो सकती है. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना की चेन तोड़ना जरूरी है. टीका लगाने के बाद भी लोग संक्रमित हो रहें हैं. इससे युवा पीढ़ी ज्यादा प्रभावित हो रही है. ठाकरे ने कहा कि लॉकडाउन जरूरी नहीं है, लेकिन दूसरे देशों ने भी इस चेन को रोकने के लिए इस तरह का निर्णय लिया है, इसलिए लॉकडाउन ही अब विकल्प है.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं राजस्व मंत्री बाला साहेब थोरात ने कहा कि लोगों की जान बचाने के लिए कड़े निर्णय अगर लेने पड़ेंगे तो लीजिए. हमें उसे स्वीकारना पड़ेगा. इसी तरह सार्वजनिक निर्माण मंत्री अशोक चव्हाण ने कहा कि अब कड़ा फैसले लेने का वक्त आ गया है. हालांकि चव्हाण ने यह भी कि लॉकडाउन लगाया जाए लेकिन गरीबों के बारे में भी सरकार को सोचना चाहिए. सरकार को कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए. चव्हाण ने कहा कि हमारी सरकार टेस्टिंग की संख्या छुपाई नहीं है. ज्यादा टेस्ट होने से ही ये आंकड़े सामने आ रहे हैं.
विधानसभा में विपक्ष के नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दोबारा लॉकडाउन लगाने का विरोध किया है. उन्होंने कहा कि लोगों का पिछला साल खराब हुआ है. लोग अब तक बिजली का बिल तक नहीं भर पाए हैं. व्यापारी खत्म हो रहे हैं.सरकार को जनता की भावनाओं का ख्याल रखना चाहिए. फडणवीस ने कहा कि अगर राज्य का कर्जा बढ़ता है तो बढ़ने दो , लेकिन सरकार आम जनता के लिए राहत पैकेज दिया जाना जरुरी है. अगर एक बार फिर से लॉकडाउन लगाया गया तो लोगों का गुस्सा फूट जाएगा.