महाराष्ट्र के वैभव को बढ़ाने में परप्रांतीयों का महत्वपूर्ण योगदान -मुख्यमंत्री
मुंबई, 30 नवंबर : महाराष्ट्र की संस्कृति में रच-बसकर उत्तरभारतीयों ने महाराष्ट्र के वैभव को बढ़ाने का ही काम किया है। इन लोगों ने मुंबई का गौरव बढ़ाया है। मुंबई सहित राज्य को वैभवशाली बनाने में उत्तरभारतीय सहित परप्रांतीयों का महत्वपूर्ण योगदान है। इस तरह का व्यक्तव्य मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आज गुरुवार को घाटकोपर में शिक्षा महर्षि आई. डी. सिंह चौक नामकरण करते हुए दिया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा महर्षि आई.डी. सिंह जैसे लोगों का मुंबई और महाराष्ट्र के विकास व वैभव में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। घाटकोपर में स्थित बैजनाथ साबू सभागृह में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में राज्यमंत्री विद्या ठाकुर, कांग्रेस नेता कृपाशंकर सिंह सहित भारी संख्या में वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मराठा समाज को आरक्षण अकेले सरकार के वश में नहीं: पाटिल
मुख्यमंत्री ने कहा कि मुंबई में उत्तरभारतीय सहित अन्य राज्यों से लोग मुंबई में आते हैं और अपने कर्मों की बदौलत राज्य को महान बना रहे हैं। इन लोगों ने मुंबई का गौरव बढ़ाया है। भाषा यह संपर्क का साधन है। भाषा लोगों को जोड़ती है। भाषा कभी भी विवाद का माध्यम नहीं बन सकती है। भाषा के नाम पर विवाद करना ही गलत है। मुख्यमंत्री ने राज ठाकरे का नाम न लिए कहा कि वोट की राजनीति की वजह से कोई भी भाषा के नाम पर विवाद पैदा करने का प्रयास न करें। मराठी संस्कृति का हमें अभिमान है। लेकिन मराठी के साथ मुंबई में उत्तरभारतीय संस्कृति सम्मिलित हो गई है। (हि.स.)।