कुआलालंपपुर, 07 मार्च (हि.स.)। जवाबी कार्रवाई करते हुए मलेशिया ने भी मंगलवार को उत्तर कोरियाई नागरिकों को देश छोड़ने पर रोक लगा दी है। इसी तरह का प्रतिबंध प्योंगयोंग ने भी लगाया था।
मलेशिया के प्रधानमंत्री नजीब रजाक ने कहा कि उन्होंने उत्तर कोरियाई नागरिकों को देश छोड़ने पर रोक लगाने के लिए पुलिस को कह दिया है। रजाक ने उत्तर कोरिया से यह भी कहा कि किसी तरह के तनाव को और अधिक बढाने से बचने के लिए उसे मलेशियाई नागरिकों को साम्यवादी देश छोड़ने की तुरंत इजाजत देनी चाहिए।
उत्तर कोरिया की कार्रवाई को घृणास्पद बताते हुए रजाक ने कहा, “पड़ोसी देश ने प्रभावी तरीके से हमारे नागरिकों को बंधक बना लिया है। यह अंतरार्ष्ट्रीय नियमों और कूटनीतिक परंपराओं के विपरीत है। हमारे नागरिकों की सुरक्षा करना मेरी पहली प्राथमिकता है और जब वे खतरे में हैं तो हम सभी आवश्यक कदम उठाने से परहेज नहीं करेंगे।”
उप प्रधानमंत्री अहमद जाहिद हामिद ने पहले कहा था कि उत्तर कोरियाई दूतावास के कर्मचारियों को देश छोड़ने पर रोक लगा दी गई है।
उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरियाई शासक के सौतेले भाई की हत्या के बाद दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंध बेहद खराब हो गए हैं। इससे पहले दोनों देश एक दूसरे के राजदूतों को निकाल बाहर कर चुके हैं।