मनमोहन पर मोदी की टिप्पणी से उपजे विवाद और गतिरोध खत्म करने के लिए बैठक
नई दिल्ली, 19 दिसंबर ( हि.स.)। प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी की पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर राज्यसभा में जारी गतिरोध को तोड़ने के लिए आज सरकार और विपक्षी दलों के नेताओं के बीच एक बैठक हुई। इस बैठक में राज्यसभा में नेता सदन वित्तमंत्री अरुण जेटली, संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार तथा कांग्रेस सहित विपक्षी दलों के नेताओं ने भाग लिया।
पूर्व प्रधानमंत्री ने इस प्रकरण में सभापति एम्. वेंकैया नायडू से मुलाक़ात कर प्रधानमंत्री की उस टिप्पणी पर विरोध दर्ज कराया था, जिसमें श्री मोदी ने पाकिस्तान राजनयिकों के साथ बैठक करने के लिए उन पर कुछ आक्षेप किये थे। कांग्रेस सदस्यों ने इस मुद्दे को लेकर दो दिनों तक सदन की कार्यवाही में व्यवधान पैदा किया था। वे प्रधानमन्त्री से उनकी टिप्पणियों के लिए माफ़ी मांगने की मांग कर कर रहे थे। आज भी सदन में यह मामला उठाया गया। सभापति श्री नायडू ने सदन में बताया कि यह गतिरोध ख़त्म करने के लिए सरकार और विपक्षी दलों के नेता वार्ता करेंगे।
राज्यसभा में कांग्रेस के उपनेता आनंद शर्मा ने एक प्रेस ब्रीफिंग में बताया कि सत्ता पक्ष के साथ हुई बैठक में विपक्षी नेताओं ने मांग की कि प्रधानमंत्री को अपने कथनों का स्पष्टीकरण देना चाहिए। हालांकि उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि क्या वे श्री मोदी द्वारा माफ़ी मांगने पर अभी भी जोर दे रहे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि हमें प्रधानमन्त्री पद की गरिमा का ध्यान है तथा हम यह भी अपेक्षा करते हैं कि पूर्व प्रधानमन्त्री, पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व सेना प्रमुख की गरिमा और सम्मान का ध्यान भी रखा जाएगा। श्री मोदी ये अपनी टिप्पणियों पर खेद व्यक्त करते हैं तो इससे उनका कद कम नहीं हो जाएगा।
श्री शर्मा आने कहा कि श्री जेटली ने विपक्षी नेताओं को सूचित किया है कि वह उनकी भावनाओं से श्री मोदी को अवगत करा देंगे। श्री शर्मा ने कहा कि हम इस बात की प्रतीक्षा करेंगे कि प्रधानमन्त्री क्या रुख अपनाते हैं। जब सरकार की ओर से इस संबन्ध में कोई सूचना मिलेगी तब हम यह तय करेंगे कि उनका पक्ष हमें स्वीकार है या नहीं। उसी के बाद विपक्ष अपना रवैया तय करेगा। इस बीच राज्यसभा की कार्यवाही बिना किसी व्यवधान के आज जारी है।