पटना, सनाउल हक़ चंचल-लगातार हो रही रेल दुर्घटना से इंडियन रेलवे त्रस्त है. लगातार हादसे होने के बाद सुरेश प्रभु ने भी दुखी हो कर रेल मंत्रालय से इस्तीफा दे दिया था, नए रेल मंत्री पियूष गोयल आ गए. लेकिन रेलवे का बुरा दौर जारी है. कल गुरुवार को एक बार फिर जम्मू-दिल्ली राजधानी बेपटरी हो गई थी. तो वहीं इन हादसों के बीच यह भी डराने वाली खबर है कि दरभंगा से मुंबई जाने वाली ट्रेन के 21 डिब्बों में से 19 का ब्रेक फेल हो गया था, फिर भी उसे वाराणसी तक दौड़ाया गया. इस ट्रेन में 2000 पैसेंजर सवार थे. लंबी दूरी की ट्रेन का ब्रेक फेल था, फिर भी वह 350 किलोमीटर तक दौड़ाई गई. चिंताजनक बात यह है कि गुरुवार को मुंबई से वापसी के वक्त इसी ट्रेन में फिर ब्रेक फेल होने की शिकायत आई.
ब्रेक फेल होने के बारे में रेलवे बोर्ड के मेंबर आरएल गुप्ता ने ईस्ट सेंट्रल रेलवे के चीफ मकैनिकल इंजिनियर को चिट्ठी लिखकर दुर्घटना के बारे में बताया लेकिन अधिकारी इस तरह की कोई सूचना मिलने की खबर से इनकार कर रहे हैं.
आज से फिर बढ़े पेट्रौल-डीजल की कीमत, अब बढ़ेंगे किराये
लगातार हो रहे रेल हादसे के सामने अब ऐसा लग रहा है जैसे रेल मंत्रालय ने घुटना टेक दिया हो. एक के बाद एक कई बड़ी दुर्घटनाओं के बावजूद रेलवे प्रशासन कोई सबक नहीं ले रहा है. उत्तर प्रदेश में ट्रेन के पटरी से उतर जाने के कारण 23 लोगों की जान चली गई थी, इसके अलावा हाल में कई और रेल हादसे हुए। अब मंगलवार को मुंबई जा रही 2000 यात्रियों से भरी दरभंगा एक्सप्रेस के ब्रेक्स के ठीक ढंग से काम न करने के बावजूद 350 किलोमीटर तक यूं ही दौड़ती रही.
रेलवे बोर्ड के एक अधिकारी ने ट्रेन में इस बड़ी सुरक्षा चूक के बारे में संबंधित अधिकारियों को जानकारी दी लेकिन 2 रेलवे सीपीआरओ इस बात से इनकार कर रहे हैं.