नई दिल्ली (ईएमएस)। चीन के महत्वाकांक्षी वन बेल्ट वन रोड (ओबीओआर) प्रोजेक्ट के तहत विवादास्पद चीन पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) का विस्तार अफगानिस्तान तक किया जा रहा है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ओबीओआर ने एशिया के आर्थिक सहयोग को नई ऊर्जा दी है और महाद्वीप को अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों को फिर से आकार देने में सहयोग किया है।
यह जानकारी चीन के बोआवो फोरम फॉर एशिया के वार्षिक सम्मेलन के इतर एशियन कॉम्पिटीटिवनेस एनुअल रिपोर्ट 2018 में दी गई है। चीन ने दिसंबर में 50 अरब डॉलर की लागत से बनने वाली सीपीईसी परियोजना का विस्तार अफगानिस्तान तक करने की घोषणा दिसंबर में की थी, जिस पर भारत ने चिंता जताई थी। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने पाकिस्तान और अफगानिस्तान के विदेश मंत्रियों के साथ बैठक में सीपीईसी का विस्तार अफगानिस्तान तक करने की पेशकश की थी। 50 अरब डॉलर के इस चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर के पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से गुजरने का प्रस्ताव है। भारत इसे अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा मानते हुए इस प्रोजेक्ट का विरोध कर रहा है। पिछले साल अगस्त में आई एक रिपोर्ट ने इस गलियारे को भारत के लिए खतरा बताया था। दिसंबर में आई एक रिपोर्ट में कहा गया था कि इस प्रोजेक्ट के चलते चीन पाकिस्तान को एक बड़े कर्जे के बोझ से दबा देगा।