भारत और जापान के एक साथ आने से चीन की बंदर भवकियों पर लगेगी लगाम
नई दिल्ली (21 अगस्त): भारत और जापान ने रक्षा क्षेत्र में सहयोग को दोनों देशों के संबंधों की धुरी करार देते हुए इसमें लगातार विस्तार करते रहने की बात कही है। बता दें कि रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और जापान के डिफेंस मिनिस्टर सुनोरी ओनोडेरा ने सोमवार को रक्षा मंत्री स्तरीय वार्षिक संवाद के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य जारी किया है।
जिसमें कहा गया है कि दोनों देशों के बीच सामरिक भागीदारी को मजबूत बनाने के लिए रक्षा क्षेत्र में सहयोग बेहद ही जरुरी और महत्वपूर्ण है। इतना ही नहीं इस बैठक में इस बात का भी जोर दिया गया कि समान लक्ष्यों को हासिल करने के लिए भारत की एक्ट ईस्ट पाॅलसी को जापान की फ्री एंड ओपन इंडो पेसिफिक स्ट्रेटजी के साथ जोड़ने वाली जापान भारत विशेष सामरिक एंड ग्लोबल पार्टनशिप को और अधिक मजबूत करने की जरुरत है।
इतना ही नहीं आपको ये भी बताते चलें कि पहली बार भारत और जापान की सेना संयुक्त अभ्यास करेगी। गौरतलब है कि भारत को जापान की सेना का साथ मिलने की बात चीन के गले नहीं उतर रही है। जापान और भारत की सेना के साथ आने से चीन की बंदर भवकियों पर भी लगाम लगेगी इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। यहां पर ये भी समझना होगा कि चीन आए दिन भारत के खिलाफ हेकड़ी दिखाता रहता है। लेकिन अब चीन को भी पता चल गया है कि अब ये बंदर भवकी और हेकड़ी ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है।