खबरेमहाराष्ट्रमुंबई

भायंदर में अपहरण बच्ची के साथ दुष्कर्म करके की उसकी हत्या.

संवाददाता भायंदर = भायंदर पूर्व आजाद नगर से एक बच्ची को अपहरण करके अपहरण बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या करने का मामला सामने आया है . इस मामले में भायंदर पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार कर इस केस को 48 घँटे के भीतर सुलझा लेने का दावा किया है।आरोपियों में एक दिव्यांग भी शामिल है,अभी तक बच्ची को अगवा कर ले जाने वाले शख्स द्वारा ही बलात्कार करने का खुलासा हुआ है, दिव्यांग सहित बाकी के तीन आरोपियों ने बच्ची के साथ बलात्कार किया था,जिसमें एक फरार है,

चार दिन पहले बच्ची का हुआ था अपहरण .

गौरतलब है कि 4 दिन पहले आजाद नगर में रहने वाले टेम्पो चालक महिर्बुरजा मकबूल अहमद कुरैशी की 4 साल की बेटी का अपहरण हो गया था , 12 जनवरी को जिसकी लाश न्यू गोल्डन नेस्ट फेस 8 और ओम साई इंडस्ट्रीज के बीच में स्तिथ सूखे नाले में दफनाया हुआ मिला.नाले के बाहर बच्ची का पायजामा फेका हुआ मिला था जिससे देखते हुए यह आशंका जताई गई थी की पहले बच्ची के साथ  दुष्कर्म किया गया और बाद में हत्या करके उसे दफना दिया गया ।

 ठाणे ग्रामीण पुलिस अधीक्षक डॉ.महेश पाटिल ने पत्रकार परिषद में बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए नवघर थाने और लोकल क्राइम ब्रांच की टीम को सक्रिय किया गया था जाँच के दौरान हमने 15 लोगों को उठा कर जब पूछताछ की उस दरमियानहमें तिन लोगो पर शक हुआ जिन्हें बाद में गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें मोहमद युनूस हाजी मोहमद बशीर शहा उर्फ जीरो उर्फ जीरू (24), मोहमद रोजान, इसहाक राईन उर्फ लँगड़ा (38), जीतेंद्र उर्फ जीतू तीरथ प्रसाद राव (32) को गिरफ्तार कर लिया। जबकि इनका साथी राजेश फरार है। साथ ही एस.पी. डॉ.महेश पाटिल ने बताया की आरोपी भंगार की गाड़ी लोड और अनलोड करने का काम करते हैं। 

  * हत्या कर शव दफनाने के बाद खाये मछली भात 

     घटना वाले दिन रात करीब 8 बजे युनूस ने लड़की को चॉकलेट दिलाने के बहाने गोद में उठाया और आजाद नगर के बाहर रोड पर एक दुकान से चॉकलेट और कुरकुरे दिलाया। फिर बच्ची को लेकर सुनसान मैदान में चला गया। वहाँ बाकी के तीन आरोपी भी पहुंचे। एक जांच अधिकारी ने बताया कि जब यूनुस बच्ची के साथ ज्यादती की तो बच्ची दर्ज के मारे बिलबिला उठी और जोर-जोर से रोने लगी। युनुस ने बच्ची का मुँह हाथ से दबा दिया और पत्थर से उसके सिर पर प्रहार कर दिया।उस समय बाकी आरोपी वहीं पर बैठकर गांजा पी रहे थे।यूनुस की हवस का शैतान जब शांत हुआ तो उसने देखा की बच्ची मर चुकी थी। उसके बाद  सभी आरोपियों ने नाले की नम व नर्म मिट्टी को हाथ से खोदा और शव को दफना दिए।बाद में सभी आजाद नगर गये और वहां के एक होटल में मछली भात खाये।

kbn10 news bhaindar1
    * डीएनए जाँच के लिए भेजा नमूना

    एस.पी. डॉ.महेश पाटिल ने कहा कि अभी तक की जाँच में सिर्फ यूनुस ने ही बच्ची के साथ दुष्कर्म करने की बात कबूली है।आगे की जांच में यह स्पष्ट हो पायेगा की बाकी के आरोपीयो ने बच्ची के साथ दुष्कर्म किये थे या नही ? आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले ,इसलिए शव का पोस्टमार्टम जे.जे अस्पताल में कराया गया है। मौके पर आकर फॉरेन्सिक टीम ने सबूत इकठ्ठा किये हैं।फॉरेंसिक जाँच इन आरोपियों को सजा दिलाने में महत्पूर्व सबूत होगी। डीएनए जांच के लिए नमूना भेज दिया गया है।
       
   * परिवार वालों के साथ बच्ची को खोजने में जुटे थे आरोपी  .

      इस मामले को सुलझाने में अहम रोल निभाने वाले  एलसीबी के एपीआई प्रफुल्ल वाघ ने बताया कि चूँकि बच्ची गली में खेलते-खेलते गायब हुई थी, इसलिए हमें शक हुआ की इसमें गली का ही कोई शख्स शामिल हो सकता है। हमने लड़की के घर आने-जाने वालों की जानकारी निकाली। इस दौरान हमें पता चला की यूनुस अक्सर बच्ची के घर आता -जाता रहता था और बच्ची को चॉकलेट देता था। शक के आधार पर हमने यूनुस को उठा लिया। उससे पूछ ताछ के दौरान हमें उसके बदन पर खरोच के निशान मिले। इसलिए हमारा शक और भी पुख्ता हो गया। ऊपर से उसके बयानों में विरोधाभास था। कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने अपना जुर्म कबूल लिया। जब की नवघर थाने के पीआई श्रीकांत पाडूले की टीम ने रोजान और जीतेंन्द्र को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की लेकिन दोनों अपना जुर्म कबूल नही किया .जब तीनों को एक साथ बैठाकर पूछताछ की गई सभी लोगो ने अपना –अपना जुर्म काबुल कर लिया ।एपीआई प्रफुल्ल वाघ ने बताया कि उन पर शक न हो, इसलिए आरोपी भागे नही इतना ही नही पुलिस को उन पर किसी का शक न व पुलिस को गुमराह करने के लिए बच्ची के परिवार वालों के साथ मिलकर बच्ची को खोजने का नाटक भी कर रहे थे।

Related Articles

Back to top button
Close