भाजपा की राहुल को सलाह , अपनी हार को स्वीकारें और ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण करें …….
नई दिल्ली, 19 दिसम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी ने मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को सलाह दी है कि वे हार को स्वीकारें और ईमानदारी से आत्मनिरीक्षण करें। राहुल गांधी द्वारा चुनाव परिणामों में भाजपा को मिले झटके के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि वे हार की नई परिभाषा गढ़ रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेसी हिमाचल प्रदेश और गुजरात में मिली हार में भी जीत देख रहे हैं। जावड़ेकर ने कहा अगर वे इसे जीत समझते हैं तो यह जीत उन्हें मुबारक। आने वाले समय में भी वे हार में जीत का स्वाद चखते रहेंगे।
प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि भाजपा ने हिमाचल का चुनाव दो तिहाई बहुमत के साथ जीता है। गुजरात में भी भाजपा का मत प्रतिशत पिछले विधानसभा चुनावों की तुलना में बढ़ा है। हम दोनों राज्यों में सरकार बनाने जा रहे हैं। 22 साल से लगातार शासन के बाद कुछ सीटों में आई कमी को अगर कोई भाजपा को मिले झटके के रूप में देख रहा है तो यह उसकी नादानी ही कही जाएगी। प्रकाश जावड़ेकर ने चुटकी ली कि अब अगर कांग्रेस जय-पराजय के भाव से ऊपर उठकर चुनाव लड़ती है तो यह उसका उदार भाव ही है।
भाजपा ने कहा कि जातिवाद के जहर को उभारने के बावजूद गुजरात में मिली हार से कांग्रेस को सबक सीखना चाहिए था। पर कांग्रेस अध्यक्ष का बयान बताता है कि वे इसे जीत ही मान रहे हैं, तब कांग्रेस में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं दिखती। वे एक पार्टी को मिली जीत और अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं तो यह उनका अहंकार प्रकट करता है। यह जनादेश का अपमान भी है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा यह कहे जाने पर कि गुजरात परिणाम बताते हैं कि नरेन्द्र मोदी की विश्वसनीयता में कमी आई है, भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि राहुल गांधी को समझना होगा कि उनके नेतृत्व में हुए चुनावों में कांग्रेस एक-एक कर राज्यों से साफ होती चली गई। 2014 के बाद हुए अधिकांश चुनावों में भाजपा को विजय मिली। आज देश के 19 राज्यों में या तो भाजपा की अपनी सरकार है या सहयोगी दलों के साथ गठबंधन सरकार है। यह नरेन्द्र मोदी की निरन्तर बढ़ती विश्वसनीयता का प्रतीक है।